अरवल। मुख्यालय के बाबा गरीबा स्थान परिसर में नौ दिवसीय रूद्र महायज्ञ का समापन पूर्णाहुति के साथ हुआ इस अवसर पर भव्य भंडारे कभी आयोजन किया गया । मिडिया प्रभारी अंगद कुमार ने बताया की रूद्र महायज्ञ के आयोजकों के द्वारा,दो दिसम्बर से नौ दिसम्बर तक रासलीला का आयोजन संध्याकाल में किया गया,इसके साथ ही श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया किया गया।
प्रवचन में कथावाचक देवकीनंदन भारद्वाज ने कहा की प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में क्रोध, लोभ, मोह, हिंसा, अहम को त्यागकर विवेक के साथ श्रेष्ठ कर्म करना चाहिए। धर्म से हमें अच्छे संस्कार करने के लिए प्रेरणा मिलती है आजीवन इसे स्मरण किया जाता है, असल में,वो व्यक्ति अपना कृतिमान बनाता है,इसलिए मनुष्य को अच्छे कर्म करना चाहिए,जिसे उनका युगो युगों तक नाम रहे,जीवन में आगे बढ़ना है तो अपने आत्मविश्वाश के साथ परिश्रम कीजिये,किसी के आशा पर मिले समृद्धि मनुष्य को आलस बनाते है, जहाँ श्रीकृष्ण है वही द्वारिकाधीश है।
मित्रता में स्नेह-प्रेम श्रीकृष्ण और सुदामा की अलौकिक संदेश रमन है,अपने बच्चो को धर्म, अध्यात्म, निष्ठा का ज्ञान अवश्य दे,जिसे वह जीवन भर स्मरन करें, माता, पिता की सेवा समाज के लिए प्रेरणा बनती है। यज्ञशाला में अंतिम दिन अपार भीड़ भक्तोजनों का फेरी करने के लिए देखि गयी, इसके अलावे मेले में काफ़ी संख्या में बच्चे, महिलाये लॉन्ग जंप झूला, हाई जंप झूला, घिरनी झूला, नाव एवं अन्य झूलों पर ख़ासकर लुप्त उठा रहे थे।
आयोजनकर्ताओं में अध्यक्ष शैलेश चौरसिया, उपाध्यक्ष बबन पासवान, सचिव अंकेश कुमार,उपाध्यक्ष सह मिडिया प्रभारी अंगद कुमार,यज्ञकर्ता मनीष कुमार सोनू,उपसचिव चंदन चौरसिया के साथ पंकज कुमार, नितीश कुमार, सत्येंद्र कुमार, मनोज कुमार, सोनू कुमार, सुधीर कुमार, महेंद्र यादव, नरेश चौधरी उपकोषाध्यक्ष युगल चौधरी, लखन साव, प्रदीप कुमार गुप्ता एवं अन्य सदस्यों के प्रति शांतिपूर्ण आयोजन पर आभार जताया है।
जिसमें भंडारे की कार्यवाहन की जिम्मेवारी अंकेश कुमार,बबन पासवान,मेले की आयोजन की जिम्मेवारी अजीत कुमार उर्फ़ दादा,यगशाला की जिम्मेवारी चेतन मिश्रा, सुधीर मिश्रा, पूजा आयोजन के लिए प्रयागराज के प्रदीप मिश्रा, मेला आयोजन में जिम्मेवारी सुधीर चौधरी के नेतृव में यह रूद्र महायज्ञ की पूर्णाहुति हुई।