अरवल।आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ के द्वारा विगत दो महीना से चल रही हड़ताल के फलस्वरुप सेविकाओं को की जा रही चयन मुक्ति के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। हड़ताल पर गई काफी संख्या में सेविका सहायिका बाल विकास परियोजना कार्यालय करपी के समक्ष पहुंची तथा सरकार एवं डीपीओ तथा सीडीपीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही संघ की जिला अध्यक्ष नीलम कुमारी ने बताई की हड़ताल पर जाने से पूर्व आईसीडीएस की डीपीओ को सामूहिक सूचना दिया गया था।
सामूहिक सूचना के बाद भी सरकार के द्वारा आंगनबाड़ी सेविका सहायिका पर की जा रही दमनकारी नीतियों के खिलाफ हड़ताल पर गई सेविकाओं को चयन मुक्त किया जा रहा है। संघ के नेतृत्व में पटना में लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है। विधानसभा का घेराव भी किया जा रहा है।समाहरणालय एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय पर भी प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी बीच हड़ताल को तोड़ने के लिए सरकार के निर्देश पर डीपीओ एवं सीडीपीओ के द्वारा बारी-बारी से लगातार सेविकाओं को चयन मुक्त किया जा रहा है। यह दमनकारी नीति है। सेविकाओं से सरकार के द्वारा सरकारी कर्मचारियों की तरह काम लिए जाते हैं ।आंगनबाड़ी केंद्र चलाने के अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग ,मतदान समेत अन्य कार्यों में ड्यूटी लगाई जाती है।
मानदेय के नाम पर मामूली रकम दिए जाते हैं ।जो श्रम कानून का सरासर उल्लंघन है। सुप्रीम कोर्ट के द्वारा भी सेविकाओं की समस्या का समाधान करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। लेकिन सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार की मांगों को पूरी नहीं की जा रही है। इसके विरोध में प्रदर्शन का दौर चल रहा है। इस बीच चयन मुक्ति कर आंदोलन को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।इसका जोरदार विरोध किया जाएगा।
प्रदर्शन कर रही सेविका के नेताओं ने मांग किया कि यदि चयन मुक्त करना है तो सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को चयन मुक्त किया जाए। डीपीओ एवं सीडीपीओ के द्वारा डराने के लिए की गई कार्रवाई का पुरजोर विरोध करते हैं ।जब तक मांगे पूरी नहीं होगी आंदोलन का दौर चलता रहेगा। प्रदर्शन में संघ की सचिव पूनम देवी, धर्मशिला देवी, सहित विजय कुमार, रविंद्र कुमार समेत काफी संख्या में सेविकाएं बाल विकास परियोजना कार्यालय करपी के समक्ष प्रदर्शन की।