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शहीद ए आजम भगतसिंह के क्रांतिकारी विरासत खत्म करने की कोशिश: कामरेड रमाकांत

अरवल। भाकपा माले के युवा मोर्चा इंकलाबी नौजवान सभा के द्वारा युवा संकल्प मार्च निकाला गया जिसका अध्यक्षता इंकलाब नौजवान सभा के राज्य कमेटी सदस्य कॉ नीतीश कुमार ने किया।

 

इंकलाबी नौजवान सभा के जिला सचिव कॉ रमाकांत उर्फ टुन्ना जी ने कहा की आज ही के दिन शहीदे आजम भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907मे पाकिस्तान के लायलपुर जिला के बंगा गांव में हुआ था और महज 23 वर्ष के आयु में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिया थे। भगत सिंह एक महान क्रांतिकारी थे जिन्होंने भारत को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई और अंग्रेजों से जमकर टक्कर ली उनको इस जुनून को देखकर ब्रिटिश साम्राज्य भी हिल गया था।

 

इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य उपाध्यक्ष सह जिला परिषद *कॉ अशरफुल होदा उर्फ शाह शाद* ने कहा की 13 अप्रैल 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड में नरसंहार देखने के बाद भगत सिंह काफी परेशान हो गए थे और इसके बाद वह कॉलेज छोड़कर आजादी की लड़ाई में कूद पड़े थे। उन्होंने आजादी के लड़ाई में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाले भगत सिंह के बहादुरी देखकर अंग्रेज काफी हैरान हो गए थे लेकिन अंग्रेजों को सबक सिखाने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने आगे कहा आज जो लोग सत्ता में बैठे हुऐ हैं वे देश के खिलाफ काम कर रहे है। आज देश के नौजवानों के सामने सबसे बड़ा सवाल रोजगार का है।

 

मार्च से पहले में भगत सिंह जी के स्मारक पर माल्यार्पण के बाद अरवल भाकपा माले कार्यालय मार्च निकाला गया इस कार्यक्रम की अध्यक्षता था कामरेड रविंद्र यादव ने की।

 

युवा संकल्प मार्च में उपस्थित उपस्थित राज कमेटी सदस्य कामरेड रविंद्र यादव, शाह फराज, अरविंद पसवान, संजय यादव , सहित सभी इंकलाबी नौजवान सभा के जिला कमेटी सदस्य शामिल थे।

Rajnish Ranjan
Author: Rajnish Ranjan

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