अरवल। किंजर पुनपुन नदी पक्का सीढ़ी घाट एवं सूर्य मंदिर परिसर के पास अनंत पूजा के दिन यानी गुरुवार को अपने पितरों के मोक्ष प्राप्ति की कामना लेकर ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, मोरिसस, सिंगापुर, अमेरिका आदि देशों में रहने वाले हिंदू भी काफी मात्रा में प्रथम पिंडदान करने किंजर पहुंचते हैं।
प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी लगातार पितृपक्ष यानी एक पखवारे तक सैलानियों का आना जाना रहेगा। इस संदर्भ में किंजर सूर्य मंदिर के पुजारी पण्डित शेष नाथ मिश्रा ने बताया कि शास्त्र में गया जी श्राद्ध का बड़ा ही महत्व माना गया है। अपने पितरों की मोक्ष कामना को लेकर हिंदू धर्मावलंबी प्रथम पिंड करके पुनपुन नदी में ही आते हैं।इसके बाद ही गया जी धाम में फल्गू नदी में पिंडदान करने की परंपरा है।
इस संदर्भ में किंजर ग्राम निवासी जिला भाजपा मंत्री मीरा सिंह ने बताया कि पहले तो जिला प्रशासन के द्वारा दस दिन पूर्व से ही अधिकारियों का दौरा निरीक्षण होते रहता था। महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम, पेयजल, स्वास्थकर्मी , सुरक्षा कर्मी नियुक्त होने शुरू हो जाते थे। जब की मात्र 36 घंटे के अंदर पितृपक्ष मेला प्रारंभ होने वाला है।
वहीं पुनपुन नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है। कई वृद्ध महिलाए एवम पुरुष भी दूर दूर राज्यों से आते हैं। उन्हें पर्याप्त सुरक्षा पुनपुन नदी के पास जरूरत होगी।
ताकि किसी तरह की अनहोनी पानी में डूबने से न हो।जिला प्रशासन अब तक अनजान हैं नदी का जलस्तर भी बढ़ा है। देश विदेश से हजारों पिंडदनी पहुंचते हैं साफ सफाई भी नहीं है।