अरवल। पश्चिम चंपारण के गौनाह प्रखंड के भितिहरवा गांव के पावन धरती पर जो स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन के दौरान भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी अपनी पत्नी कस्तूरबा गांधी के साथ यहां रुके और गांधी जी द्वारा सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया गया और स्वतंत्रता आंदोलन भारतीय इतिहास में ‘चंपारण सत्याग्रह’ के रूप में जाना जाता है जो यह महात्मा गांधी जी की कर्मभूमि भी रहा और महर्षि वाल्मीकि के तपोभूमि पर लोहार संवाद यात्रा का स्वागत कर सरकार को ताकत दिखाने हेतु बैठक का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं संचालन पारस लाल विश्वकर्मा ने किया और इस कार्यक्रम आये हुए अतिथियों को माला पहनाकर सम्मानित किया गया।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उमेश विश्वकर्मा एवं विशिष्ट अतिथि भीम विश्वकर्मा, बिगन विश्वकर्मा, दीनानाथ विश्वकर्मा, डॉ सत्यनारायण विश्वकर्मा, दीनानाथ विश्वकर्मा, धर्मेंद्र शर्मा, सुजीत शर्मा उर्फ बुलेट शर्मा,मनोज शर्मा,विजय विश्वकर्मा,कौशलेंद्र विश्वकर्मा, पत्रकार पुरुषोत्तम विश्वकर्मा,शंभू विश्वकर्मा,श्यामदेव विश्वकर्मा,रामाश्रय विश्वकर्मा,प्रदीप विश्वकर्मा,सुनील विश्वकर्मा,अरविंद विश्वकर्मा,विकास कुमार विश्वकर्मा,पन्नालाल विश्वकर्मा,शंभू विश्वकर्मा,पंकज विश्वकर्मा दीपक विश्वकर्मा,मंटू विश्वकर्मा,शत्रुघ्न विश्वकर्मा,मनोज विश्वकर्मा,संतोष विश्वकर्मा उपस्थित होकर इस कार्यक्रम का सम्मान बढ़ाया।
वही इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उमेश विश्वकर्मा ने बताया कि यह संवाद यात्रा पूरे बिहार में अपने हक को लेकर संवाद यात्रा पूरे बिहार की जा रही है और आगे की रणनीति तैयार कर पटना गाँधी मैदान में धरना प्रदर्शन करेंगे।
इस मौके पर रविंद्र शर्मा,रामचंद्र ठाकुर,गोविंद शर्मा,कपिल शर्मा,प्रेरणा शर्मा,संजीत शर्मा,उदय कुमार,राजेंद्र शर्मा के साथ हजारों लोहार समाज के कार्यकर्ता मौजूद रहे।