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अभाविप जहानाबाद ने बिहार सरकार की डोमिसाइल नीति हटाने एवं शिक्षक अभ्यार्थियों को गुमराह करने के विरोध मे एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया

जहानाबाद। बिहार में शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है। शिक्षक अभ्यर्थी शिक्षक बहाली के नए नियमावली का लगातार विरोध कर रहे हैं इसी बीच बिहार सरकार ने शिक्षक नियमावली में डोमिसाइल को हटा दिया है।जिसके बाद अभ्यर्थियों को विरोध प्रदर्शन उग्र रूप से ले लिया है जिस पर नीतीश और तेजस्वी यादव के सरकार के प्रशासन के लोगों ने लाठी चार्ज किया है इसकी कड़ी निंदा करते हुए जहानाबाद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया है जिसमे शिक्षक अभ्यार्थियों के साथ लाठी चार्ज किया।

 

जहानाबाद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा शिक्षक अभ्यार्थियों के साथ डोमिसाइल नियम में कथित विश्वास घात एवं लाठी चार्ज के मुद्दे पर पर स्थानीय जिला मुख्यालय के पास एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एवं शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा मंत्री का विरोध किया। बता दे की जिला संयोजक गोपाल शर्मा ने बताया कि मंत्री नीतीश कुमार की नीति हमेशा शिक्षा शिक्षक और छात्र विरोधी रहा है। बिहार में लगभग 40 वर्षों तक नीतीश कुमार और लालू यादव का शासन रहा है। आज वे लोग स्वयं मान रहे हैं कि अपने शासनकाल में बिहार सरकार के शिक्षा व्यवस्थागत में धकेल दिया है।

 

 

नगर मंत्री शुभांकर शर्मा ने बताया की बिहार सरकार द्वारा शिक्षक भर्ती नियमावली में संशोधन कर डोमिसाइल नीति में बदलाव करना शिक्षा मंत्री द्वारा यह बयान दिए की यहां की युवा योग्य नहीं है यह उचित नहीं है उनको यह बयान देना शोभा नहीं देता है।

 

जो हमारे बिहार के शिक्षा मंत्री हैं इस प्रकार से बयान दे रहे हैं इसको देखते हुए उनको उनके पद से हटा देना चाहिए। बिहार के प्रतिभाओं का मजाक उड़ते हैं । जब कोई बिहारी यूपीएससी और आईआईटी जैसे बड़े परीक्षाओं में टॉप करते हैं तब यही लोग गर्व से बोलते हैं कि बिहार के बेटा बेटी ने नाम रोशन किया लेकिन वह यह नहीं बताते हैं कि यह लोग बिहार में ना पढ़ अन्य राज्यों में पढ़ाई की है क्योंकि हम लोग बिहार के शिक्षा व्यवस्था को रसातल में पहुंचा दिए हैं। इसमें पुणे बदलाव करते हुए बिहारी छात्रों के हित में डोमिसाइल नीति लागू नहीं करती है तो बिहार भर में आंदोलन करेगी। इसका खामियाजा बिहार सरकार भुगतने को तैयार रहे। वहीं मौजूद प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य सुरजीत कुमार ने बताया की बिहार एक युवा प्रधान राज्य है जहां उद्योग एवं कल कारखाने का घोर अभाव है ऐसे में राज के युवाओं के पास रोजगार के दृष्टिकोण से सरकारी नौकरी ही एकमात्र बचती है सरकारी नौकरी भी कई कई सालों तक नहीं निकलती है नहीं अगर निकलती है तो कई जगह प्रश्न पत्र लीक और भ्रष्टाचार की भेट चढ़ जाती है।

 

नगर शाह मंत्री विष्णु शंकर शशांक शेखर एवं अभिजीत पाठक ने बताया कि वर्तमान सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर नहीं है इसके अपने बेटा बेटियां तो सत्ता का सुख भोग ही रही है लेकिन बिहार के छात्रों के भविष्य के साथ साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। वहीं मौजूद छात्र नेता रवीश कुमार मिश्रा कौशल कुमार एवं राहुल नारायण अमन कुमार ने बताया कि बिहार बहाली प्रक्रिया के बीच में डोमिसाइल नीति को बदलना तकनीकी रूप से गैरकानूनी है इसमें बिहार के बच्चों के लिए अवसर की कमी हो जाएगी जहां सभी राज सभी राज्य अपने राज्यों में अपने राज्यों में केवल अपने बच्चों को ही प्राथमिकता देने के लिए डोमिसाइल नीति को लागू करते हैं तो वही सभी गैर हिंदी राज्य अपने स्थानीय भाषा का ज्ञान भी आवश्यकता कर देते हैं।

 

वहीं मौजूद सूरज गुप्ता,अंकित कुमार,गोविंद कुमार ने बताया कि 2 जुलाई को पटना में शिक्षक अवस्थियों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस के द्वारा किया गया बल प्रयोग समाचार मानक है इसके लिए छात्रों से छात्रों से बिहार सरकार को माफी मांगनी चाहिए एवं एक उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए। शिक्षक बहाली की नियमावली और सिलेबस में जिस प्रकार परिवर्तन हो रहे हैं उसे शिक्षक अभ्यर्थी परेशान है और कंफ्यूज हैं अभी तक आठ बार विज्ञापन में संशोधन किया जा चुका है जिस प्रकार शिक्षक बहाली निकली गई है और लगातार जिस प्रकार उसमें संशोधन किए जा रहे हैं इससे यह सिद्ध हो रहा है कि बिना तैयारी के यह बहाली निकाल दी गई है।

 

एकदिवसीय धरना प्रदर्शन में रवीश कुमार मिश्रा, कौशल कुमार, अंकित कुमार,अंकित शर्मा, सूरज गुप्ता, गोविंदा, शिवम कुमार,शुभम कुमार, कन्हैया कुमार, मानस कुमार,, आदित्य कुमार, अशोक पासवान, रणधीर यादव, श्याम जी, अजय यादव, गौतम पासवान, सूरज कुमार मौजूद रहे।

Rajnish Ranjan
Author: Rajnish Ranjan

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