रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट
शहर के ए एस कालेज के पूर्ववर्ती छात्र चक्रधारी शरण सिंह के पटना उच्च न्यायालय का कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश बनाए जाने पर ए एस कालेज बिक्रमगंज के प्रशासक दिलीप कुमार और सभी शिक्षक और कर्मचारियों ने खुशी व्यक्त की है। ज्ञातव्य हो कि श्री सिंह सत्र 1979-81 में कालेज में इन्टर विज्ञान के छात्र रहे हैं। उनके पिता श्री वैदेही शरण सिंह उस समय बिक्रमगंज में आरक्षी उपाधीक्षक थे। वे एक ईमानदार और कर्तव्य निष्ठ के रूप में याद किए जाते हैं।
प्रशासक दिलीप कुमार ने बताया कि इस महाविद्यालय के छात्र का उच्च न्यायालय पटना का मुख्य न्यायाधीश बनना महाविद्यालय के लिए गर्व की बात है। महाविद्यालय परिवार इस उपलब्धि पर गौरवांवित महसूस कर रहा है। महाविद्यालय परिवार उनको हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता है। ग्रामीण क्षेत्र बसे इस महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने के बाद इतने बड़े पद पर पहुंचना यह साबित कर्ता है कि प्रतिभा को उचित स्थान मिलने के संस्था का बड़े शहर में होना कोई जरूरी नहीं। बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा के बल ग्रामीण क्षेत्र में भी पढ़कर उच्च पदों पर पंहुचे हैं। प्रशासक ने महाविद्यालय में पढ़ रहे छात्रों से अपील की कि माननीय मुख्य न्यायाधीश चक्र धारी शरण सिंह जी से प्रेरणा लेकर अपनी मेहनत और लगन से पढ़ाई करें। सफ़लता आपके पास होगी।
बधाई देने वालों में उनके साथ शिक्षा ग्रहण करने वाले और आज इसी महाविद्यालय में नौकरी करने वाले श्री अरुण कुमार सिंह, कर्मचारी संघ के सचिव अक्षय कुमार प्यारे, प्रधान सहायक सत्येंद्र पांडेय, मनोज कुमार, प्राध्यापक डॉ. संतोष कुमार सिंह सहित तमाम कर्मी और शिक्षक शामिल हैं। महाविद्यालय के आईक्यूएसी सेल के समन्वयक डॉक्टर अख़लाक़ अहमद ने कहा कि माननीय मुख्य न्यायाधीश की यह उपलब्धि महाविद्यालय को नैक से मान्यता प्राप्त करने मे सोने पे सुहागा का काम करेगा।