रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट
परिश्रम सफलता की कुंजी है, इसका कोई दूसरा विकल्प नहीं है। परिश्रम करने वाला व्यक्ति सफल होता है और इससे मुंह मोड़ने वाला अपने जीवन काल में दुख का भागी होता है। उक्त बातें मुख्य अतिथि वरीय पत्रकार संतोष भंडारी ने सफल प्रतिभागियों के लिए आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए शहर के डेहरी रोड स्थित आजाद हिंद क्लासेज में कहा। सफलता का मंत्र बताते हुए उन्होंने कहा कि पढ़ो, सोचो और लिखो। किसी भी विषय वस्तु को पढ़ने के बाद उस पर अपनी सोच विकसित कर लिखने वाला विद्यार्थी हमेशा अव्वल अंक प्राप्त करता है। न्यूटन गति नियम को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया होती है। किसी वस्तु पर जितने बल के साथ हाथ से प्रहार किया जाता है उसके विपरीत उसी बल से हाथ को चोट महसूस होता है। इसलिए जो जितना कठिन परिश्रम करेगा उसे उतनी ही बड़ी सफलता अर्जित होगी।
संस्थान के संचालक धनंजय सिंह ने भी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि कम अंक प्राप्त होने पर हताश नहीं होनी चाहिए। बल्कि अपना परिश्रम बढ़ा देना चाहिए। मंच का संचालन कृष्णा ने किया। मौके पर फिजिक्स शिक्षक निशांत सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय प्रतिभागियों को मेडल एवं ट्रॉफी देकर प्रबंधन की ओर से सम्मानित किया गया। 4 से 15 वां तक स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को मेडल के रूप में सांत्वना पुरस्कार दिया गया।