रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट
छात्रों की छिपी प्रतिभा को निखारने के लिए डी ए वी पब्लिक स्कूल बिक्रमगंज में गुरुवार को ‘अनुसंधान ‘ नामक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। तीसरी से आठवीं कक्षा के छात्रों ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया, जो उनकी रचनात्मकता और बेहतरीन प्रयास का सूचक था। प्रदर्शनी को तीन श्रेणियों यानी विज्ञान, सामाजिक विज्ञान , कला और शिल्प में विभाजित किया गया था। एल के जी से कक्षा दो के नन्हें सितारों ने अपने अविश्वसनीय नृत्य प्रदर्शन और शिल्प कार्य से दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि उपेंद्र कुमार पाल, एसडीएम, बिक्रमगंज, मुुुकेश कुमार मिश्र, ए एस जे एम-1बिक्रमगंज, क्षेत्रीय निदेशक ए के जना, प्रेमचन्द्र त्रिपाठी, प्राचार्य, डी ए वी सेमरा, तथा प्राचार्या कुमारी प्रिया, नगर परिषद बिक्रमगंज के सभापति गुप्तेश्वर प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्य अतिथि ने छात्रों के रचनात्मक विचारों की सराहना की और उन्हें जीवन में उच्च लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
स्कूल की प्राचार्या कुमारी प्रिया ने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी छात्रों को उनकी रचनात्मक प्रतिभा का पता लगाने और उन्हें लीक से हटकर सोंचने में मदद करती है। जब वे इस प्रकार की गतिविधियों में अपनी प्रस्तुति देते हैं, तो वे सार्वजनिक रूप से बोलने में स्वयं को अधिक सक्षम पाते हैं तथा इससे उनकी झिझक दूर होती है। बिहार जोन-एफ के क्षेत्रीय निदेशक श्री ए के जना ने कहा कि समन्वय और समूह- कार्य छात्रों के आत्मविश्वास तथा प्रस्तुति कौशल को बढ़ाता है । तत्पश्चात ए एस जे एम- 1 मुकेश कुमार मिश्र ने छात्रों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की । इस शुभ अवसर पर बिक्रमगंज के विभिन्न विद्यालयों के सभी प्राचार्य एवं शहर के गणमान्य लोग उपस्थित रहे और बच्चों को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा आशीर्वाद दिया । स्कूल के अकादमिक समन्वयक विनोद कुमार तिवारी ने कहा कि इस प्रदर्शनी ने छात्रों को अपनी रचनात्मकता व्यक्त करने और आत्मविश्वास हासिल करने के लिए एक मंच प्रदान किया है। अंत में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक लव कुमार ने शिक्षकों की कड़ी मेहनत की सराहना की, जिन्होंने छात्रों को इस तरह के अद्भुत प्रदर्शनी तैयार करने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने शिक्षक अरुण कुमार, शेखर सुमन, नीलम कुमारी सहित सभी शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस प्रदर्शनी को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए मार्गदर्शन किया। उन्होंने अपने शब्दों को यह कहते हुए समाप्त किया कि इस प्रकार की प्रदर्शनी के आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को जीवन में आने वाली समस्याओं और चुनौतियों के प्रति वैज्ञानिक और सामाजिक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद करना है।