गहमर। शारदीय नवरात्र के महाष्टमी पर पूर्वांचल के प्रसिद्ध शक्तिपीठ के रूप में विख्यात गहमर स्थित मां कामाख्या का दरबार भक्तों से गुलजार रहा। नवरात्र के आठवें दिन मां के दरबार में भक्तों के आने का क्रम भोर की मंगला आरती के बाद से शुरू रहा, जो देर शाम तक चलता रहा। श्रद्धालु अपने अपने संसाधनों बस, ट्रेन, दोपहिया व चार पहिया वाहन से सुबह से ही मंदिर पहुंचने लगे थे। जहां माता के दरबार में मत्था टेक अपने तथा परिवार के कुशलता एवं सुख समृद्धि की कामना किये।
माता के जयकारा से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा। सुबह के आठ बजे के बाद से लेकर दोपहर दो बजे तक पूरा मंदिर परिसर दर्शनार्थियों से भर गया था। नारियल, प्रसाद, जलपान, मनिहारी की दुकानों खरीदारी के लिए भीड़ लगी रही। वहीं मंदिर परिसर में छोटे बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराया गया। सुरक्षा को देखते हुए गहमर कोतवाल पवन उपाध्याय और कामाख्या चौकी इंचार्ज वृजेश मिश्रा अपने महिला तथा पुरुष पुलिसकर्मियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे।