वजीरगंज के पुरा रोड में रविवार को निर्मित एक मकान को जेसीबी से तोड़कर कब्जा मुक्त कराया गया। कब्जा मुक्त कराने में जुटे पदाधिकारियों व अन्य ने बताया कि न्यायालय के आदेश से कब्जा मुक्त कराया जा रहा है। वहीं, कब्जाधारी परिवार की महिला ललिता देवी ने कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा था, लेकिन इस तरह की कार्रवाई का मुझे कोई नोटिस नहीं दिया गया है। अचानक हुई इस कार्रवाई में मुझे घर से सामान निकालने का मौका भी नहीं मिला, जिससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
महिला ने बताया कि आवास योजना और कर्ज लेकर ईंट का मकान बनाया था। यह जमीन मेरी सास मुनमा देवी के नाम से संबंधित परवाना और लगान रसीद मेरे पास है। कब्जा हटाने आये पदाधिकारियों ने मुझे हमलोगों को जबरन आकर घर खाली करने को कहा तथा जेसीबी से मकान तोड़ने लगे। मकान में कुछ दुकानें थी, उन्हें भी खाली करने का समय नहीं मिला, जिससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
थानाध्यक्ष रामएकबाल प्रसाद यादव ने बताया कि सीटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कार्रवाई हुई है। बीते वर्ष 2006 से स्थानीय महादलित परिवार व सेवतर अंतर्गत रीउला निवासी अभिमन्यु सिंह के बीच जमीन विवाद का मामला चल रहा था, जिसमें न्यायालय में हुए फैसले को स्थल पर लागू कराया गया है। इस मामले पर सीओ पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि मैं अभी परीक्षा को लेकर प्रतिनियुक्ति पर हूं, मुझे इस कार्रवाई के बारे में पता नहीं है।