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नीतीश को फिर लगा जोरो को झटका : जदयू के एक लाडला विधायक हुआ भाजपा में शामिल

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पुराने सहयोगी भारतीय जनता पार्टी  से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के साथ गठबंधन कर एक नई सरकार का गठन किया है। बीजेपी लगातार जेडीयू पर भरोसा तोड़ने का आरोप लगा रही है। इस बीच खबर आ रही है कि भगवा पार्टी ने नीतीश कुमार को अरुणाचल प्रदेश में झटका दिया है। उनकी पार्टी के लाडला  विधायक को अपने पाले में कर लिया है। आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के एकमात्र विधायक टेची कासो ने बुधवार को सत्तारूढ़ भाजपा का दामन थाम लिया है। विधानसभा के उपाध्यक्ष टेसम पोंगटे ने ईटानगर विधायक के बीजेपी में विलय के आवेदन को स्वीकार कर लिया। इसके साथ ही 60 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी के 49 विधायक हो गए हैं। आपको यहा यह भी बता दें कि जेडीयू ने 2019 के विधानसभा चुनाव में अपने दम पर 15 सीटों पर कैंडिडेट उतारा था। उनमें से सात सीटों पर नीतीश कुमार की पार्टी को जीत मिली। अरुणाचल में जेडीयू भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि दिसंबर 2020 में नीतीश के छह विधायकों वे पाला बदलते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था। अरुणचाल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा की सहयोगी एनपीपी के पास चार-चार विधायक हैं। वहीं, तीन निर्दलीय विधायक भी हैं, जिन्होंने सरकार को अपना समर्थन दिया हुआ है।

उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मॉल पर सीबीआई का छापामारी शुरू

बिहार विधानसभा में आज नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव सरकार फ्लोर टेस्ट में उतरने वाली है। इस बीच सीबीआई ने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले की जांच तेज कर दी है। इस मामले में आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह समेत 4 नेताओं के ठिकानों पर बिहार में छापेमारी की है। यही नहीं इस जांच का दायरा गुरुग्राम तक पहुंच गया है और तेजस्वी यादव के मॉल पर छापेमारी की गई है। क्यूब्स 71 मॉल पर छापेमारी के लिए सीबीआई की टीम पहुंची है और पड़ताल की गई है। सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि इस मॉल के निर्माण में जॉब घोटाले से मिली रकम का इस्तेमाल किया गया है। कहा जा रहा है कि यह मॉल तेजस्वी यादव और उनके एक सहयोगी का है। लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले की सीबीआई जांच कर रही है। बुधवार सुबह ही सीबीआई ने पटना में आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह और सांसद फैयाज अहमद के घर पर भी छापेमारी हुई है। इस मामले में सीबीआई ने पटना, कटिहार और मधुबनी के अलावा दिल्ली में कई ठिकानों पर छापेमारी की है। इसके अलावा हरियाणा के गुरुग्राम में तेजस्वी यादव के मॉल पर रेड डाली गई है। कुल मिलाकर 25 ठिकानों पर केंद्रीय एजेंसी ने छापा मारा है। इसे लेकर सियासत भी तेज हो गई है और आरजेडी ने इसे भाजपा की खीझ बताया है। बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी का कहना है कि हम इस तरह के छापों से डरते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। इसके अलावा तेजस्वी यादव ने सदन में ही इन छापों को लेकर जवाब देने की बात कही है। उन्होंने मीडिया से कहा कि आप लोग भी सदन में रहना। हम वहीं पर इन सभी बातों का जवाब देंगे। इसके अलावा आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि इसे ईडी, आईटी या सीबीआई का छापा कहना गलत है। यह भाजपा की ही रे़ड है। ये सभी एजेंसियां भाजपा के तहत ही काम करती हैं। इनके दफ्तर भाजपा की स्क्रिप्ट पर ही काम करते हैं।

बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने नीतीश के बहुमत साबित करने से पहले दिया इस्तीफा

बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा में भारी हंगामे को देखते हुए  सदन की कार्यवाही आज दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बिहार में नीतीश सरकार के विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले सीबीआई ने कथित लैंड फॉर जॉब स्कैम में दो आरजेडी सांसदों, एमएलसी समेत कई नेताओं के घर सीबीआई ने छापेमारी की है। सीबीआई की अलग-अलग टीमें आज सुबह आरजेडी से राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, फैयाज अहमद, एमएलसी सुनील सिंह और पूर्व एमएलसी सुबोध राय के आवास पर छापेमारी करने पहुंची। बताया जा रहा है कि रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने के मामले सीबीआई आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। दूसरी ओर, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई सरकार विधानसभा में आज बहुमत पेश करेगी। इससे पहले अध्यक्ष विजय सिन्हा के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग होगी।

सीबीआई का चला डंडा : बिहार व झारखण्ड में राजद के कई दिग्गजों के घरों पर मारी छापा

बिहार से लेकर झारखंड तक केंद्रीय एजेंसियों ने बुधवार सुबह ही ताबड़तोड़ छापेमारी की है। सीबीआई ने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में पटना में आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह के घर पर छापेमारी की है। सुनील सिंह को लालू प्रसाद यादव के करीबी नेताओं में शुमार किया जाता है। यह ऐक्शन ऐसे वक्त में हुआ है, जब विधानसभा में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार फ्लोर टेस्ट साबित करने वाली है। आरजेडी के सांसद अशफाक करीब के घर पर भी छापेमारी की गई है। कहा यह भी जा रहा है कि सीबीआई ने राजद सांसद फैयाज अहमद और पूर्व एमएलसी सुबोध राय के आवास पर भी रेड की है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बिहार के अलावा झारखंड के खनन घोटाले को लेकर ईडी सक्रिय है। केंद्रीय एजेंसी ने सीएम हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि और विधायक पंकज मिश्रा से पूछताछ के बाद छापेमारी की है। झारखंड की राजधानी रांची समेत कई ठिकानों पर ईडी ने एक साथ छापेमारी की है। अवैध खनन और उगाही के मामले में ईडी के ऐक्शन से झारखंड का सियासी पारा चढ़ गया है। ईडी ने प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर भी छापेमारी की है, जिसने नेताओं से अच्छे संपर्क बताए जाते हैं। फिलहाल झामुमो की ओर से इस पर कोई रिएक्शन नहीं आया है। लेकिन बिहार में आरजेडी ने छापेमारी को भाजपा की शरारत बताया है। आरजेडी ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियां भाजपा की पार्टनर के तौर पर काम कर रही हैं। आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि इसे ईडी, आईटी या सीबीआई का छापा कहना गलत है। यह भाजपा की ही रे़ड है। ये सभी एजेंसियां भाजपा के तहत ही काम करती हैं। इनके दफ्तर भाजपा की स्क्रिप्ट पर ही काम करते हैं। आज बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना है और यह क्या हो रहा है? यह तो होना ही था। उन्होंने कहा कि भाजपा को इस बात की खुन्नस है कि कैसे नीतीश कुमार ने उनका साथ छोड़कर जनता के हित में गठबंधन में बदल लिया। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन जनता के हित के लिए किया गया है। छापेमारी का सामना कर रहे आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह ने भी भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह छापेमारी भाजपा के इशारे पर जानबूझकर कराई गई है। इसका कोई मतलब नहीं है। ये लोग यह सोचकर ऐसा कर रहे हैं कि छापेमारी के डर से कुछ विधायक उनके साथ आ जाएंगे।

उफनाई गंगा नदी को लेकर जल संसाधन विभाग बिहार में अलर्ट

बिहार में गंगा नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटे में काफी तेजी से बढ़ा है। यह गांधीघाट में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। दीघाघाट में भी जलस्तर में बेहतहाशा बढोतरी हो रही है। इसे लेकर जल संसाधन विभाग के अधिकारी अलर्ट हैं। नदी के किनारे बसे लोगों को सावधान कर दिया गया है। दीघा घाट के अलावे गांधी घाट समेत अन्य घाटों पर जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच  गया है। शनिवार को गांधीघाट में गंगा नदी का जलस्तर 48.4 सेमी था। यहां खतरे का निशान 48.60 मीटर है। जलस्तर जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, उससे रविवार को  शाम तक खतरे के निशान के पार कर जाने की आशंका है। हाथीदह में भी जलस्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है। हाथीदह में शनिवार शाम छह बजे जलस्तर 41.13 सेमी था। रविवार रात में खतरे का निशान पार कर जाने की आशंका है। दीघा घाट में गंगा का जलस्तर 49.79 मीटर था। यहां खतरे का निशान 50. 45 मीटर है। गंगा नदी के दीघा घाट के पास रहने वाले सुधीर कुमार ने बताया कि कल की तुलना में नदी के जलस्तर में बहुत तेजी से बढोतरी हुई है। शनिवार की शाम में पानी नीचे था। पानी बहुत तेजी से बढ़ रहा है। एक अन्य स्थानीय निवासी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि रविवार सुबह करीब 5 बजे वे दीघाघाट पर पहुंचे तो कल की अपेक्षा पानी काफी बढ़ा हुआ पाया। रविवार को भी जलस्तर में तेजी से बढोतरी हो रही है। अनुमान है कि शाम तक यहां गंगा नदी खतरे के निशान को पार कर जाएगी।

भोजपुर में साली के प्यार में पागल युवक ने खाया जहर, हालत गंभीर

इश्क एक जुनून है और इस जुनून में आशिक कुछ भी कर गुजरता है। आयर थाने के बरनांव गांव में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। भइया की साली के इश्क में डूबे एक युवक द्वारा शादी नहीं होते देख अपनी जान देने की कोशिश की गयी। साली और उसके घरवालों की शादी से इनकार करने पर उसने विषपान कर लिया। इससे उसकी हालत बिगड़ गई  है। उसका इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। विषपान करने वाला युवक बरनांव गांव निवासी उमा शर्मा का 18 वर्षीय पुत्र राजेश शर्मा है। उसके पिता के अनुसार वह मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित प्राइवेट कंपनी में काम करता है। करीब छह माह पूर्व वह घर लौटा था। उसका चचेरे भाई के साली से करीब दो वर्षों से प्रेम प्रसंग चला आ रहा है। इसी बीच साली के घरवालों ने उसकी शादी दूसरी जगह तय कर दी गई। इसके बाद भी दोनों में बातचीत हो रही थी। लेकिन उसने साली और उसके घर वालों से शादी करने की बात कही, तो दोनों ने इनकार कर दिया। इसके बाद उसने गुस्से में विषपान कर लिया। इससे उसकी हालत काफी बिगड़ गई।

बिहार सरकार की बड़ी कार्रवाई : 8 अंचलाधिकारी पर कारवाई का आदेश जारी, 2 सस्पेंड

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जमीन विवाद से जुड़े मामलों में गड़बड़ी करने से लेकर अवैध तरीके से किसी दूसरे के नाम पर जमाबंदी कायम करने, विभागीय कार्य में लापरवाही बरतने वाले आठ सीओ पर कार्रवाई की है। इसमें दो सीओ को निलंबित कर दिया गया है। जबकि, छह पर विभागीय कार्रवाई और वेतन वृद्धि रोकने का आदेश जारी किया गया है। इसमें कुछ सीओ ऐसे भी हैं, जिनके खिलाफ कुछ वर्षों से जांच रिपोर्ट की फाइल विभाग में दबी हुई थी। अब जाकर इन पर कार्रवाई हुई है। दाऊदनगर के सीओ निलंबित अवैध जमाबंदी कायम कराकर दोहरी लगान रसीद जारी कराने और वरिष्ठ पदाधिकारियों को रिपोर्ट नहीं देने के आरोप में औरंगाबाद जिले के दाउदनगर सीओ विजय कुमार को निलंबित कर दिया गया है। इन्होंने बाबूराम दुसाध के नाम से अवैध जमाबंदी कायम कर दी थी। साथ ही दोहरी लगान की रसीद भी जारी कर दी। इसकी जानकारी औरंगाबाद अपर समाहर्ता को नहीं दी। निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय मगध प्रमंडलीय आयुक्त का कार्यालय निर्धारित किया गया है। पूर्व सीओ पर भी कार्रवाई एसडीओ ने 9 मार्च 2021 को दाउदनगर अंचल का निरीक्षण किया था। तत्कालीन सीओ स्नेह लता देवी उस दौरान अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थीं। कार्यालय में बाहरी व्यक्ति ऑनलाइन कार्य करने के बदले लोगों से पैसे वसूल रहे थे। बिना कारण के दाखिल खारिज को अस्वीकृत किया जा रहा था। एसडीओ को मांगने पर भी अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया गया। जनशिकायत के मामले भी काफी संख्या में लंबित थे। एसडीओ की इस निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को कार्रवाई के लिये पत्र लिखा था। अब उनको निलंबित कर दिया गया है। इन पर भी हुई कार्रवाई ● बैंसा के सीओ राजनारायण राज की भी एक वेतन वृद्धि को रोक दी गयी है। बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत दायर परिवाद की सुनवाई में 9 अक्टूबर 2020 को उपस्थित होना था, लेकिन दो-दो बार बुलाये जाने के बाद भी वह सुनवाई को नहीं पहुंचे थे। इस पर इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गयी है। ● कटिहार के कुर्सेला में 2019 में सीओ रहे अमर कुमार वर्मा को भी एक वेतन वृद्धि पर रोक का दंड दिया गया है। वे सामूहिक सड़क दुर्घटना और प्राकृतिक आपदाओं के मामले में अभिलेख समय से उपलब्ध न कराने के लिये दोषी पाये गये थे। ● भागलपुर के रंगराचौक के तत्कालीन सीओ जितेंद्र प्रसाद राम के खिलाफ विभागीय कार्रवाई चलाने से संबंधित आदेश जारी किया गया है। वर्तमान में रोहतास के शिवसागर के सीओ हैं। इनपर भागलपुर में पदस्थापन के दौरान कोविड-19 का नोडल पदाधिकारी रहते हुए संबंधित दायित्व का पालन नहीं करने के अलावा उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना, कर्तव्यहीनता, सरकारी कार्य में रुचि नहीं रखने समेत अन्य आरोपों के कारण विभागीय जांच के आदेश दिये गये हैं। ● भागलपुर के ही जगदीशपुर के तत्कालीन सीओ संजीव कुमार की एक वेतन वृद्धि रोक दी गयी है। दाखिल खारिज आवेदनों के निस्तारण में मनमानी करने के लिये उनके खिलाफ जिले से 13 सितंबर 21 को ही अनुशासनिक कार्रवाई की सिफारिश की गयी थी। ● दरभंगा के बिरौल में सीओ रहे सूरज कांत की भी एक वेतन वृद्धि रोक दी गयी है। इसी जिले के ग्राम पोखराम के पवन कुमार ने गैर मजरूआ भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिये वाद दायर किया था। अनुमंडल लोक शिकायत पदाधिकारी के आदेश पर भी अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया। बाद में डीएम के स्तर से भी आदेश दिया गया, लेकिन उसका भी पालन नहीं किया। 5 जनवरी 2018 को डीएम ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विभाग को पत्र लिखा था। इस पर अब कार्रवाई हुई है।

बिहार के 20 जिलों में आज गरज के साथ भारी वर्षा और व्रजपात की संभावना, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

बिहार में एक बार फिर मानसून की सक्रियता बढ़ते ही पटना समेत प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में झमाझम वर्षा हुई। जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली। 30 किमी की रफ्तार से हवा भी चली। आज रविवार को राजधानी समेत प्रदेश के 20 जिलों के एक या दो स्थानों पर मध्यम वर्षा हो सकती है। वहीं रोहतास व कैमूर जिले में भारी वर्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इन जगहों पर मेघ गर्जन व वज्रपात के भी आसार हैं। शनिवार को राजधानी में जहां 24.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई वहीं मुंगेर के धरहरा में भारी वर्षा 125.2 मिमी दर्ज किया गया। राजधानी का अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मानसून ट्रफ रेखा हिमालय की तलहटी से एवं यूपी के बहराइच वाराणसी, दक्षिण झारखंड एवं समीपवर्ती ओडिशा में कम दबाव का क्षेत्र होते हुए उत्तरी बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। इसके प्रभाव से दक्षिणी भागों के अनेक व उत्तर बिहार के कुछ स्थानों पर वर्षा का पूर्वानुमान है। शनिवार को मुंगेर जिले के धरहरा में सबसे अधिक 125.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं पटना में 24.6 मिमी, गया 40.7 मिमी बारिश हुई। भागलपुर 13.9 मिमी, मुजफ्फरपुर 35.8 मिमी, दरभंगा 14.4 मिमी, डेहरी 7.4 मिमी, नवादा के रजौली 97.6 मिमी, बक्सर के इटरही 96 मिमी बारिश हुई। मोतिहारी 91.4 मिमी, बिहारशरीफ 91 मिमी, बक्सर के ब्रह्मपुर 87.6 मिमी, जहानाबाद 85.4 मिमी, बक्सर के सिमरी 81.8 मिमी, एकंगरसराय 79.2 मिमी, भोजपुर के चरपोखरी 73.2 मिमी, अरवल 72.2 मिमी, हिसुआ 70.4 मिमी, नवादा के नरहट 70.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इन जिलों में बारिश की चेतावनी बक्सर, भोजपुर, रोहतास , भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगड़यिा, कैमूर प्रमुख शहरों का तापमान पटना 31.1 गया 31.0 भागलपुर 31.6 मुजफ्फरपुर 33.0

आरजेडी प्रमुख लालू यादव की मदद से मिल पाया ग्रेजुएट चाय वाली का नगर निगम के द्वारा जब्त ठेला

बिहार की राजधानी पटना में मशहूर ग्रेजुएट चाय वाली की स्टॉल को नगर निगम ने हटा दिया। इसके बाद ग्रेजुएट चाय वाली स्टॉल ठेला चलाने वालीं प्रियंका गुप्ता ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की और मदद की गुहार लगाई। लालू से मिलने के बाद निगम के अधिकारियों ने प्रियंका को उनका ठेला वापस कर दिया। दरअसल, पटना के बोरिंग रोड इलाके में एसकेपुरी पार्क के पास नगर निगम ने गुरुवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। इस दौरान फुटपाथ पर लगे ग्रेजुएट चाय वाली सहित 10 दुकानों को हटाया गया। ग्रेजुएट चाय वाली की दुकान पहले पटना वीमेंस कॉलेज के पास लगती थी। मगर प्रियंका गुप्ता वहां से उसे हटाकर बोरिंग रोड इलाके में ले गई थीं। प्रियंका का रोते हुए वीडियो हुआ वायरल ग्रेजुएट चाय वाली का ठेला हटाने के बाद प्रियंका गुप्ता रो पड़ीं। सोशल मीडिया पर उनका रोते हुए वीडियो वायरल हुआ। इसमें वह कह रही हैं कि अगर स्टॉल हटानी है तो उन्हें कोई एक स्थायी जगह दे दी जाए जहां वो अपनी दुकान चला सके। ग्रेजुएट चाय वाली ने लालू से की मुलाकात प्रशासन की कार्रवाई से नाराज होकर प्रियंका आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से मिलने उनके आवास पर पहुंच गईं। लालू से मिलकर उन्होंने मदद की गुहार लगाई। आरजेडी सुप्रीमो ने प्रियंका को आश्वासन दिया कि वे इस बारे में बात करेंगे। लालू से मिलने के बाद ग्रेजुएट चाय वाली को उनका ठेला वापस मिल गया। नगर आयुक्त अनिमेष पराशर ने कहा कि चाय की स्टॉल वापस दे गई है। जहां वे पहले चाय की दुकान लगती थी वो वहीं लगाएंगी। आगे उनको कोई परेशानी नहीं होगी।

जल्द ही पटना में यात्रियों को मेट्रो की सवारी करने का मिलेगा मौका, काम हुआ शुरू

पटना में अंडरग्राउंड मेट्रो का काम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस परियोजना की शुरुआत की। पटना में इस कोरिडर के अंतर्गत 6 अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन होंगे। इनमें राजेंद्र नगर, मोइनुलहक, यूनिवर्सिटी, पीएमसीएच, गांधी मैदान और आकाशवाणी शामिल हैं। इस कोरिडोर की कुल लंबाई 8.08 किलोमीटर है। पटना मेट्रो के अंडरग्राउंड प्रोजेक्ट की लागत 1989 करोड़ रुपये है। इसके अलावा कोरिडोर-1 के तहत भी 6 अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बनाए जाने हैं। आकाशवाणी से गांधी मैदान, पीएमसीएच, मोइनुलहक स्टेडियम, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मलाही पकड़ी होते हुए खेमनीचक होते हुए बैरिया बस अड्डा तक बनेगा। इसमें एक मेट्रो डिपो भी बनेगा। इसमें पांच एलिवेटेड और छह भूमिगत स्टेशन होंगे। इसकी लंबाई करीब 8.08 किलोमीटर होगी। इसमें भूमिगत स्टेशन आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, यूनिवर्सिटी, मोइनुलहक स्टेडियम और राजेंद्रनगर में भूमिगत स्टेशन हैं। 29 दिसंबर 2021 को कोरिडोर-2 के डिजाइन और निर्माण की जिम्मेवारी एल एंड टी कंपनी को दी गई है। इस कॉरिडोर का सिविल काम पूरा कर लिया गया है। पहले मेट्रो स्टेशन बनेंगे फिर सुरंग का काम शुरू होगा मोइनुलहक स्टेडियम में पटना मेट्रो रेल परियोजना के भूमिगत स्टेशन के शिलान्यास के बाद पटना मेट्रो के काम में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को जिस अंडरग्राउंड स्टेशन का शिलान्यास किया, वह कॉरिडोर-2 पर है। कॉरिडोर-2 पर पहले भूमिगत स्टेशन बनेगा। उसके बाद टनल यानी सुरंग बनाने का काम शुरू होगा। पटना में दो मेट्रो कोरिडोर का होना है निर्माण  17 मार्च 2020 को पटना मेट्रो के अंडरग्राउंड प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई थी। इसके तहत दो कॉरिडोर निर्माणाधीन हैं। पहला कॉरिडोर दानापुर सगुना मोड़ से बेली रोड होते हुए पटना जंक्शन, मीठापुर होते हुए खेमनीचक, बैरिया तक जाएगा। दूसरा कॉरिडोर आकाशवाणी से गांधी मैदान, पीएमसीएच, मोइनुलहक स्टेडियम, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मलाही पकड़ी होते हुए खेमनीचक, एनएच 30 होते हुए बैरिया बस अड्डा तक बनेगा। पटना मेट्रो के कॉरिडोर-2 पर छह स्टेशन भूमिगत होंगे। वहीं, कोरिडोर- 1 पर भी छह स्टेशन भूमिगत होंगे। इस तरह पटना मेट्रो के कुल 12 स्टेशन जमीन के नीचे होंगे। पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन के सूत्रों के अनुसार सबसे पहले अंडरग्राउंड स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके बाद उस रूट के लिए टनल यानी सुरंग बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा। अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन के लिए मिट्टी की जांच कर दी गई है। तकनीकी स्वीकृति के बाद आगे का काम शुरू किया जा रहा है। ज्यादातर भूमिगत रेलवे स्टेशनों का निर्माण कट एंड कवर पद्धति से किया जा रहा है। पटना मेट्रो का पहला कॉरिडोर : 8 एलिवेटेड और 6 अंडरग्राउंड स्टेशन दानापुर सगुना मोड़ से बेली रोड होते हुए पटना जंक्शन, मीठापुर होते हुए खेमनीचक तक तैयार होगा। 17.93 किमी लंबे इस कॉरिडोर पर आठ एलिवेटेड और छह भूमिगत स्टेशन होंगे। कॉरिडोर-1 में दानापुर से खेमनीचक के बीच रुकनपुरा, विकास भवन, विद्युत भवन, राजा बाजार, चिड़ियाघर, पटना रेलवे जंक्शन पर अंडर ग्राउंड स्टेशन बनेगा।