आमस।
बालिकाएं किसी से कम नहीं=निक्की दांगी
आमस के सांवकला, शमशेरखाप व मुंगराइन गांव में मंगलवार को साइकिल यात्रा निकाली गई। इस दौरान गांवों में संवाद और चर्चाएं भी की गई। युवा युवतियां अपनी बातें सबके सामने साझा करते हुए दूसरों को प्रेरित किया। आई सक्षम एनजीओ संस्थान के शक्तिमान क्लस्टर की ओर से दसवें फाउंडेशन डे पर निकाली गई साइकिल यात्रा में करीब दो सौ लोगों ने भाग लिया। इसमें किशोर किशोरियों के साथ आंगनवाड़ी सेविका, शिक्षक, अभिभावक, पंच, वार्ड सदस्य आदि शामिल रहे। रंजू, अंजना, अंकिता, माधुरी, स्वाति, शकुंतला, निरमा, सोनम, सरिता, फ्रूटी, नीतू आदि ने बताया कि सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और नई सोच पैदा करने के उद्वेश्य से साइकिल यात्रा निकाली गई। युवा व युवतियों को वॉयस एंड चॉयस विचार को जोड़ना है। ताकि वे अपने विचार और सपने को खुलकर साझा कर सकें। अपने फैसले खुद लेने का साहस भी दिखा सकें। साइकिल चलाना सिर्फ एक कौशल नहीं, बल्कि आज़ादी, आत्मविश्वास और शिक्षा की ओर बढ़ता एक कदम है। आयोजकों ने बताया कि लड़कियों के लिए शिक्षा की जरूरतें, फैसले लेने और अपने सपनों को पूरा करने का पूरा अधिकार है।