बिक्रमगंज शहर के काशी घाट पर रविवार को विराट शिव गुरु महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जागरण भजन एवं कीर्तन से हुआ। जैसे ही अभिनव आनंद उर्फ मनु भैया का आगमन हुआ श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। मंच पर पहुंचने पर अध्यक्ष प्रेम कुमार, अनिल कुमार, श्रवण, अनुज, विजय, नवीन चंद्र शाह ने पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। तत्पश्चात उन्होंने अपने शिव शिष्यों को संबोधित करते हुए शिव के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। अपने चर्चा के क्रम में तीन सूत्र का पालन करने का भी आग्रह किया। इसके लिए उन्होंने दशरथ मांझी का उदाहरण भी दिया। शिष्यों द्वारा प्रश्न भी पूछे गए। जिसका जवाब उन्होंने बड़े ही सरल ढंग से दिया। लोगों ने ताली बजाकर उत्तर देने पर अभिनंदन किया। उन्होंने कहा प्रणाम करने से परिणाम भी बदल जाते हैं। अपने उद्बोधन से मानवीय चेतना को भी झकझोर दिया। कहा कि हम सबों का शरीर बड़े ही भाग से मिला है इसका हम सबों को सही ढंग से उपयोग करना चाहिए। महादेव तो सबसे मोहब्बत करते हैं। चंदा मामा सबके मामा, भोला बाबा सबके बाबा। कोई किसी भी पद्धति से पूजा पाठ करें, कोई एतराज नहीं, लेकिन महादेव को अपना गुरु बनाना चाहिए। महादेव आदि गुरु हैं। जिस स्थान पर यह आध्यात्मिक आयोजन हो रहा है यह महादेव को विशेष प्रिय है। शमशान देखने से लोगों को जीवन में बैराग उत्पन्न होता है। उपस्थित शिष्यों को अंत में मंगलमय भविष्य की कामना की। शिव गुरु महोत्सव के शुभ अवसर पर गुरु भाई सहित गुरु बहना बड़ी संख्या में उपस्थित थी। नगर परिषद बिक्रमगंज के पूर्व सभा पति गुप्तेश्वर प्रसाद, रंजू देवी, श्रवण, दुलारचंद, सुरेश, शंकर, मनोज, सुभाष, तोता, अनिल, जालंधर, रवि, जायसवाल, विक्रम, आरती, सत्येंद्र कुमार चौधरी, मनोज कुमार, कृष्ण कुमार राम, कामेश्वर, महेंद्र, गणेश चर्चा के क्रम में कैलाश, सीमा, मनोज, अजय, रानी, बेबी, पुष्पा, प्रज्ञा, संजय, ऋषि, विजेंद्र, संजय इत्यादि गणमान्य व्यक्ति के रूप में पूर्व अध्यक्ष गुप्तेश्वर प्रसाद गुप्ता, शिवनाथ प्रसाद अक्षयवर इत्यादि लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन आरती प्रार्थना के साथ हुआ।