
आमस, गया
प्रखंड के सभी पंचायतों में बनेंगे खेल स्टेडियम-विजय कुमार सिन्हा
गया जिले के आमस प्रखंड के मनरेगा कार्यालय को दस साल बाद अपना भवन मिला है। इससे विभागीय अधिकारी व कर्मियों में बेहद खुशी है। पीओ विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि प्रखंड कार्यालय के पीछे वर्ष 2014 में मनरेगा का अपना भवन बना था। तब प्रखंड प्रमुख रहे अजय सिंह ने लाखों रुपये खर्च कर मनरेगा भवन बनवाया था। लेकिन नक्सली घटनाओं पर नकेल कसने के लिए उद्घाटन के बाद एसएसबी जवानों का बसेरा बन गया। इनके हटने के बाद सीआरपीएफ के जवान आ गए। जिस वजह मनरेगा को अपने भवन में शिफ्ट होने में एक दशक लग गए। आमस के इलाकों में नक्सली गतिविधियां थमने के बाद यहां से सीआपीएफ जवानों को हटा लिया गया है। बता दें कि 2014 से पूर्व आमस में आये दिन नक्सली संगठन घटना का अंजाम दिया करते थे। जंगल-पहाड़ों से लेकर जीटी रोड पर दर्जनों बार तांडव मचा चुके थे। आमस थाना, सांव टोल प्लाजा व मलरवाडीह सोलर प्लांट पर नक्सलियों के हमले के बाद एसएसबी और सीआरपीएफ जवानों को यहां ठहराया गया था। जिस वजह अपना भवन बने होने के बाद भी सालों से मनरेगा कार्यालय दो कमरे में चल रहा था। जहां मनरेगा कर्मियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। पीओ ने बताया कि नौ पंचायत वाली आमस प्रखंड में सिर्फ पांच पीआरएस हैं। इससे काम को सही वक्त में धरातल पर उतारने में परेशानी हो रही है। एकाउंटेंट प्रभार में हैं व कार्यपालक सहायक एक वर्ष से गया में प्रतिनियुक्त हैं।