कभी-कभी विधाता भी अजीबों गरीब खेल इंसान के साथ खेल देते है । जो काफी दिल को झकझोर देने वाली होती है । जी हां एक ऐसा ही मामला रोहतास जिले के कछवां थाना क्षेत्र अंतर्गत अमौना गांव की है । जहां पर 72 वर्षीय वृद्ध बाप के कांधे पर बेटे की अर्थी निकली । जिस वक्त बाप के कांधे पर बेटे की अर्थी निकली होगी उस वक्त का दृश्य दिल को झकझोर देने वाली ही होगी । आप सब अंदाजा लगा सकते है कि जीते जी बाप के सामने जब बेटे की चिता जले तो उस वक्त इंसान की तो बात दूर पत्थर से भी आंसू निकल पड़ते है । एक ऐसा ही मामला कछवां थाना क्षेत्र अंतर्गत अमौना निवासी 72 वर्षीय रामयश सिंह के 42 वर्षीय पुत्र मनोज सुधाकर के साथ घटित हुई । मृतक के पिता के अनुसार यह घटना तब घटी जब मनोज सुधाकर अपनी 18 वर्षीय बड़ी पुत्री सादगी किरण जो इंटर की परीक्षा पास कर सेमेस्टर वन में पढ़ रही है । उसी को सासाराम हॉस्टल में पहुंचाने सुधाकर गए हुए थे । उसके उपरांत सुधाकर अपनी पुत्री को पहुंचा कर पर्व को लेकर कुछ कपड़ों की खरीदारी किए । उसके बाद सुधाकर देर होने की वजह से वे अपने रिश्तेदार के घर ठहर गए । अगले दिन वे अपने रिश्तेदार के घर से चलकर दूसरे रिश्तेदार दहियाड़ी निवासी कंचन कुमार के साथ कपड़ा लेकर बाइक से सुधाकर अपने गांव आ रहे थे । तो उसी वक्त पीछे की ओर से तेज रफ्तार से आ रहे बालू लदे 18 चक्का ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी । जिससे वे सड़क पर गिर पड़े । जैसे ही सड़क पर सुधाकर गिरे तब तक से वे ट्रक के अगला चक्का के समीप आ गए । जिससे उनकी घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई । बाइक पर सवार उनके रिश्तेदार कंचन कुमार घटना से बाल-बाल बच गए । यह घटना मंगलवार की देर संध्या की बताई जा रही है । जैसे ही यह घटना घटी उसी वक्त आसपास के लोग घटना स्थल पर जुट गए । घटना स्थल पर जुटी लोगों की भीड़ को देख चालक ट्रक को छोड़कर भाग निकला । तत्पश्चात घटित घटना की सूचना आसपास के लोगों ने मृतक के परिजनों को दी । सूचना मिलते ही मृतक के परिजन जैसे ही घटना स्थल पर पहुंचे तो सड़क पर पड़े शव को देखकर दहाड़ मार कर रोने लगे । घटना की सूचना पर कछवां, नासरीगंज एवं काराकाट थाना की पुलिस घटना स्थल पर पहुंच घटित घटना की जानकारी आसपास के लोगों व मृतक के परिजनों से ली । सूत्रों के अनुसार यह घटना काराकाट थाना क्षेत्र अंतर्गत जोरावरपुर के समीप घटित होने की बात बताई जा रही है । बताते चलें कि मृतक मनोज सुधाकर अपने मां और बाप के एकलौते पुत्र थे । जो करीब 15 वर्षो से अपने ही गांव अमौना में रेडीमेंट का दुकान चलाकर अपने पूरे परिवारों का भरण पोषण कर रहे थे । उनकी शादी 2004 में नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर निवासी ललन सिंह की पुत्री कविता देवी के साथ हुई थी । वे अपने पीछे 72 वर्षीय वृद्ध पिता रामयश सिंह , 40 वर्षीय अभागीन पत्नी कविता देवी , 18 वर्षीय बड़ी पुत्री सादगी किरण व 14 वर्षीय छोटी पुत्री सुहानी किरण को छोड़कर चल बसे । आपको बताते चले कि अब इस बेसहारा परिवारों का भरण पोषण करने वाला कोई नही बचा है । जो अब इस परिवार के साथ विकराल समस्या बनकर खड़ी हो गई है । ऐसी स्थिति में वृद्ध बाप ,अभागिन पत्नी और सेमेस्टर वन में पढ़ रही बड़ी पुत्री और कक्षा नौवीं में पढ़ रही छोटी पुत्री का जीवन बाप के चले जाने से अंधकारमय हो गया है । अब आने वाला समय ही बताएगा कि इनलोगों का जीवन अंधकारमय रहता हैं या फिर इस परिवारों का कोई सहारा मिल पाता है अब आने वाला समय ही बताएगा । घटना की सूचना पर स्थानीय अधिकारी पहुंच मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिलवाने की बातें कही । घटना स्थल पर पहुंची काराकाट थाना की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उनके परिजनों के समक्ष कानूनी कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम कराने को लेकर सदर अस्पताल सासाराम भेज दिया । जानकारी देते हुए काराकाट प्रभारी थानाध्यक्ष दया शंकर साह ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराकर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है । उन्होंने बताया कि घटित घटना में बालू लदे ट्रक को जब्त किया गया है । उन्होंने बताया कि घटना को अंजाम देकर चालक भागने में सफल रहा । प्रभारी थानाध्यक्ष ने कहा कि उक्त मामले में जैसे ही मृतक के परिजन आवेदन देते है तो ट्रक मालिक व ट्रक चालक के विरुद्ध विधि सम्मत कानूनी कार्रवाई की जायेगी । मृतक के परिजनों के अनुसार संबंधित घटना के बारे में काराकाट थाना में लिखित आवेदन देने की बातें कही गई ।