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कृषि विज्ञान केंद्र Bikramganj में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 15वीं बैठक का आयोजन किया गया

कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 15वीं बैठक का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ आरके सोहाने निदेशक प्रसार शिक्षा कृषि विश्वविद्यालय सबौर, विशिष्ट अतिथि डॉ डी भी सिंह प्रधान वैज्ञानिक अटारी जोन फोर, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ शोभा रानी और और वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ रियाज अहमद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से कृषि विज्ञान केंद्र की विशेष उपलब्धि व प्रगति प्रतिवेदन एवं वार्षिक कार्य योजना 2023-24 प्रक्षेत्र परीक्षण, अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्षण, प्रशिक्षण कार्यक्रम, बीज तथा पौधा उत्पादन के साथ-साथ केंद्र द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं व परियोजनाओं की समीक्षा की गयी। साथ ही किसानों से जुड़ी समस्याओं एवं तकनीकी समाधान पर चर्चा हुई। कार्यक्रम के दौरान डॉ. आर. के. सोहाने ने किसानों से उनकी समस्याओं के बारे में चर्चा की और विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में उन्हें अवगत कराया। प्रचार शिक्षा निदेशक महोदय ने बताया कि कृषि में आधुनिकता की आवश्यकता है। इसके तहत बिहार कृषि विश्वविद्यालय विद्यालय, सबौर में कई प्रकार के दीर्घकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जैसे कि मशीनों का रखरखाव एवं परिचालक, ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण इत्यादि। प्रधान वैज्ञानिक अटारी जोन फोर डॉ डी.बी. सिंह ने किसानों की समस्याओं के अनुसार कार्य योजना बनाने की सलाह दी। समय के अनुसार लोगों को ज्वार, बाजरा, मड़वा सहित अन्य फसलों का उत्पादन के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है.जिला कृषि पदाधिकारी राम कुमार ने किसानों को उचित उर्वरक डालने की सलाह दी और नैनो उर्वरकों, जैसे नैनो उड़िया और नैनो डीएपी, के उपयोग पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की बात की। इस कार्यक्रम को कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ शोभा रानी ने भी कार्यक्रम में आए किसानों को संबोधित किया और बदलते जलवायु परिवेश में जलवायु अनुकूल कृषि के महत्व पर जोर दिया है। उनका सुझाव है कि इस प्रकार की कृषि पद्धतियों को अपनाकर कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है। इस दिशा में कृषि विज्ञान केंद्र सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है, ताकि किसानों को बेहतर मार्गदर्शन और तकनीकी सहायता मिल सके। इसके बाद, घुसिया खुर्द स्थित सी बी जी प्लांट का भ्रमण किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र मे एवं कृषि फार्म धनगाई का भी भ्रमण किया गया, जहाँ सभी प्रत्यक्षण इकाई का निरीक्षण किया गया और उनकी सराहना की गई। डॉ डी बी सिंह ने कहा की इन प्रत्यक्षण इकाई के माध्यम से किसान अच्छे तरीके से सीख सकते हैं।कार्यक्रम में जिला के कृषि संबंधित अधिकारियों, नाबार्ड के एलडीएम, आकाशवाणी के निदेशक, जीविका प्रबंधक, गैर सरकारी संगठन के प्रतिनिधि एवं कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज के वैज्ञानिक डॉ आर के जलज, डॉ रमा कांत सिंह, डॉ रतन कुमार ,डॉ डी पी कुशवाहा, संजू कुमारी सहित अन्य लोगों ने कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में जिले के कई प्रगतिशील किसान भी शामिल हुए।

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