अरवल -आग लगी की बढ़ती घटना को देखते हुए बिहार सरकार बिहार रेलवे सेवा गृह आरक्षी विभाग के द्वारा लोगों को हिदायत बरतने के लिए आह्वान किया गया है जिसमें बताया गया है कि खलिहान को हमेशा गाँव की आबादी एवं फसलों से भी दूर खुले स्थान पर लगायें। थ्रेशर का उपायोग करते समय डीजल इंजन या ट्रैक्टर के साईलेंसर को लम्बे पाईप के द्वारा ऊँचाई पर रखें। थ्रेशर के उपयोग करते समय पास में कम से कम 200 लीटर पानी भरकर अवश्य रखें।
खलिहान के आस-पास छोटी बाल्टियों में रेत या बालू भरकर रखें।रोशनी के लिए सोलर लैम्प, टार्च, इमरजेन्सी लाईट इत्यादि बैटरी वाले यंत्र का ही प्रयोग करें। एक खलिहान से दूसरे खलिहान की दूरी 20 फीट से कम न रखी जाए। खलिहान वैसी जगह लगायी जाएँ जहाँ अग्निशमन वाहन आसानी से पहुँच सके। खलिहान वैसी जगह हो जहाँ जल स्त्रोत नजदीक हो जैसे नदी, तालाब, पईन, बोरिंग। खलिहान में कच्ची फसलों का बड़ा टाल न लगायी जाएँ।
खलिहान के आस-पास अलाव न जलायें, यदि बहुत आवश्यक हो तो पानी भरी बाल्टियाँ अवश्य पास में रखें। बिजली की नंगी तारों के नीचे खलिहान नहीं बनायी जाएँ। खलिहान में पूजा में उपयोग किए जाने वाली वस्तु तथा अगरबत्ती, धूप, दीपक इत्यादी पर नजर रखें, जबतक कि वह पूरी तरह बुझ न जाए। नमी वाले फसलों की थ्रेशिंग न करें। खलिहान के आस-पास किसी भी उत्सव के दौरान आतिशबाजी का प्रयोग न तो स्वयं करें नहीं दूसरे को करने दें। खलिहान सड़कों के किनारे या रेलवे लाईनों के निकट न बनाये। ताकि आग लगी की घटनाओं से बची जा सके।