कलेर,अरवल । हिटवे एवं पछुआ हवा के बेग में शुक्रवार को पूरे दिन फायर ब्रिगेड मशीन की सायरन बजता रहा। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावे ग्रामीण पथों पर दमकल कर्मी दौड़ते रहे। पहली घटना सुबह परासी गांव गांव की है। इस मामले में बताया जाता है कि परासी गांव स्थित लक्ष्मण भगत के घर पर आग लगने की सूचना पाकर ग्रामीणों ने अपने संसाधन से आग पर काबू पाने के लिए दौड़ पड़े। लेकिन गर्मी एवं हवा के बेग में आग पर काबू पाना लोगों के लिए नामुमकिन सिद्ध हो रहा था। तभी स्थानीय ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड मशीन की सूचना दिया उसके बाद आग पर काबू पा लिया गया। इस घटना के तुरंत बाद बाथे गांव स्थित बटन बीघा में आग लगने की घटना की सूचना प्राप्त हुई।
इसी अफरा तफरी के माहौल में दमकल कर्मियों ने मशीन में पानी का स्टोरेज कर घटनास्थल की ओर रवाना हो गई। मौके पर फायर ब्रिगेड के दो मशीन के द्वारा आग पर काबू तो पा लिया गया लेकिन एक सवाल लोगों को जेहन में रह गया है जिसका प्रश्न अनुत्तरित है। ऐसा देखा जा रहा है कि प्रतिदिन अग लगी की घटनाएं घट रही है। आखिर इसके पीछे कौन सा कारण है जिसके चपेट में लोग सर्वस्व नाश कर रहे हैं। आमतौर पर देखा जा रहा है कि मानवीय भूल के चलते अग लगी की घटना घट रही है चाहे वह बिजली की शार्ट सर्किट हो या घर के दिया सलाई के अतिरिक्त लापरवाही इसका मूल कारण है। इस तरह की घटना को लेकर फायर ब्रिगेड के कर्मचारी मोहम्मद मकसूद का कहना है कि क्षेत्र में जितने भी घटनाएं घटी है सभी मानवीय भूल के कारण हुई है।