करपी,अरवल। प्रखंड मुख्यालय स्थित बीआरसी में प्रधानाध्यापको तथा नोडल शिक्षकों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में उपस्थित शिक्षकों को फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। स्वास्थ्य प्रबंधक कौशल किशोर ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम 10 फरवरी से लेकर 26 फरवरी तक चलाई जाएगी।लेकिन विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर 10 फरवरी से 13 फरवरी तक तीन प्रकार की दवाइयां खिलाई जाएगी। शिक्षकों पर इस अभियान को सफल बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेवारी है। 2 वर्ष से ऊपर के बच्चों को यह दावा खिलानी है ।गर्भवती एवं 7 दिन की धात्री महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी। तीन प्रकार की दवा फाइलेरिया उन्मूलन के लिए खिलाया जाना जरूरी है। लंबाई एवं उम्र के हिसाब से दवा की मात्रा को कैसे दिया जाए।
इस संबंध में शिक्षकों को विस्तार से जानकारी देते हुए अनुरोध किया गया कि इस अभियान को शत प्रतिशत सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें। फाइलेरिया के कीटाणु स्वस्थ्य मनुष्यों में भी पाए जाते हैं। इसलिए सभी लोगों को यह दवा खाना जरूरी है जिससे कि फाइलेरिया जैसी परेशानी पैदा करने वाली बीमारी से लोग सुरक्षित रहें ।फाइलेरिया बीमारी हो जाने के बाद काफी परेशानी उठानी पड़ती है। इस मौके पर यूनिसेफ के करूण मिश्रा ,पिरामल के सरोज कुमार तथा कृष्ण कुमार समेत अन्य लोग उपस्थित थे।