अरवल। उत्पाद विभाग की गाड़ी पर हमले के बाद निजी चालक आनंद कुमार की मौत के उपरांत घर का इकलौता चिराग पूरी तरह से बुझ गया सदमे में फूट-फूट कर पत्नी मां और बच्चे का रो रो कर बुरा हाल है।
पत्नी लवली कुमारी रह रह कर बेहोश हो जाती है पुत्र की सड़क हादसे में मौत के बाद सदमे में पत्नी के उनकी पुरानी यादों को याद कर बेहोश हो जा रहे हैं वही नन्हे बच्चे अनन्या आर्य और पुत्र ओमराज को यह पता नहीं की दरवाजे पर इतनी भीड़ क्यों इकट्ठी हो रही है घटना के उपरांत परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है उनके शिक्षक पिता अवधेश शर्मा की लंबी बीमारी के कारण मौत हो गई है वहीं पिता के मौत के तुरंत बाद वहन प्रियंका कुमारी की भी मौत से सबको झकझोर दिया है इन सभी की घटना पर विराम भी नहीं लगा था कि बीती रात उत्पाद विभाग की गाड़ी पर हमले किए जाने के उपरांत इकलौते आनंद कुमार हमले का शिकार हो गए घटना के बाद समूचे परिवार टूट गया और सर्वाधिक उनकी मां को इकलौते पुत्र खोने और पत्नी को पति खोने का गम उन्हें भीतर तक लील गया है उनके पैतृक गांव बेलखरी में हृदय विधायक घटना के बाद लोगों के आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा है उनके परिवार को अभी भी विश्वास नहीं हो पा रहा है कि आनंद कुमार इस दुनिया से विदा हो चुके हैं
शिक्षक पिता अवधेश शर्मा की मौत के बाद घर संभालने के लिए आनंद ने जिम्मेवारी उठाई थी तब थोड़ी मां को राहत मिली थी 20 दिन पूर्व उत्पाद विभाग में अपनी निजी गाड़ी को देखकर वह खुद ही चलाते थे और इसी माह में उनके पिता की मौत के बाद अनुकंपा पर नौकरी भी मिलनी थी जहानाबाद के राजा बाजार में रह रही अपनी विधवा मां ,पत्नी और बेटी अनन्या और आर्य व पुत्र ओमराज को भी टॉफी लाने का वादा कर गए थे लेकिन उनकी लाश देर रात्रि को घर पहुंच गई।