करपी,अरवल । प्रखंड क्षेत्र के बासाटाड गांव में सोन नहर आधुनिकीकरण संघर्ष समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता राम इकबाल सिंह ने किया। उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता पुण्यदेव सिंह ने कहा कि विगत 40 वर्षों से माली एवं कोचहासा तथा इमामगंज रजवाहा के निचले स्तर पर पानी नहीं पहुंचने के कारण हजारों हेक्टेयर भूमि सिंचाई से वंचित है।
सरकार के उदासीन रवैया के कारण आज किसान संकट में है। ब्रिटिश काल में माली रजवाहा एवं कोचहासा रजवाहा की खुदाई की गई थी ।उस वक्त अंतिम छोर तक पानी पहुंचता था। लेकिन वर्तमान समय में अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच रहा है। हालांकि उड़ाही के नाम पर राशि की बंदरबांट समय-समय पर होती रही है।अब किसान चुप नहीं बैठेंगे।अंतिम सीमा तक पानी पहुंचाने के लिए संघर्ष की शुरुआत शीघ्र ही की जाएगी।
राकेश राही ने कहा कि हमीद नगर डैम से माली रजवाहा एवं कोचहसा रजवाहा में लिफ्ट इरीगेशन के माध्यम से अगर पानी दिया जाए तोअंतिम सीमा तक सिंचाई हो सकती है।इस प्रकार का प्रस्ताव आया भी था तथा इसके लिए सर्वे भी किया गया। लेकिन उसके बाद कार्य में शिथिलता आ गई ।अगर हमीद नगर डैम से दोनों रजवाहे को जोड़ दिया जाए तो निकले छोर तक पानी पहुंच सकता है। लेकिन, सरकार और अधिकारी किसानों को आंदोलन करने पर विवस कर रहे हैं।बैठक में सर्वसम्मति से 8 जनवरी को शहर तेलपा में 12 बजे दिन में बैठक करने का निर्णय लिया जाएगा।12 जनवरी को किसान प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिलकर मांग पत्र सौंपेंगे।
बैठक में गोपाल मिश्रा, रामचंद्र यादव, जय कृपाल सिंह तथा रामाधार सिंह सहित कई किसान उपस्थित थे।