कुर्था,अरवल। कुर्था प्रखंड प्रमुख अनिल पासवान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सरगर्मी तेज होने लगी है। वहीं दोनों गुट अपने-अपने समर्थकों को अपने-अपने पक्ष में करने को लेकर कवायद शुरू कर दिए हैं। हालांकि दोनों पक्ष अपने-अपने पक्ष में बहुमत के दावे कर रहे हैं। इससे प्रमुख की कुर्सी रहने या जाने में महज एक से दो सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। दोनों खेमे में जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है।
कुर्था प्रखंड प्रमुख अनिल पासवान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए गोलबंदी शुरू हो गई है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनवरी में कुर्था प्रखंड में अविश्वास प्रस्ताव आने की संभावना है,
पंचायत चुनाव के 2 साल पूरे हो रहे हैं। प्रस्ताव के अनुसार चुनाव के 2 साल बाद अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। हालांकि आधिकारिक तौर पर अब तक किसी भी तरह की सूचना नहीं दी गई है।
गौरतलब हो कि कुर्था प्रखंड में 13 पंचायत समिति सदस्य हैं जब प्रमुख पद का चुनाव हुआ था तब निवर्तमान प्रखंड प्रमुख अनिल पासवान को कुल सात वोट मिले थे। वहीं विपक्षी रूबी देवी को छह वोट मिले थे।
नजदीकी मुकाबले में मात्र एक वोट से रूबी देवी हार गई थीं। इस बार के चुनाव में फिर एकबार रूबी देवी ने फिर से अपनी पूरी शक्ति लगा दी है।