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मत्स्य पालन के विभिन्न इकाइयों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा अनुदान

अरवल । जिलाधिकारी वर्षा सिंह अरवल की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 23-24 में विभिन्न अवयवों में प्राप्त आवेदन की समीक्षा की गई। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि अरवल जिला अन्तर्गत तालाब निर्माण एवं उन्नत इनपुट योजनाओं में अन्य वर्ग में 31, महिला वर्ग में 25 एवं अनु० जाति में 03 आवेदन पत्र प्राप्त हुए है जिसकी स्थल जाँच मत्स्य विकास पदाधिकारी द्वारा करायी गई है।

 

आवेदन पत्र में संलग्न कागजातों एवं विभागीय अनुदेश के आलोक में स्थल जाँचोपरांत अन्य वर्ग के 05, महिला वर्ग के 03 एवं अनु० जाति के 01 आवेदक को चयन हेतु अनुमोदित किया गया। बॉयोपलॉक तालाब निर्माण में 01 आवेदन एवं मत्स्य हैचरी के निर्माण में 01 आवेदन के चयन पर सहमति दी गई। वित्तीय वर्ष 2024-25 के कार्य योजना पर भी विचार विमर्श किया गया। जिले की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए कुल छः अवयवों पर सहमति प्रदान की गई। ये छः अवयव है – नये तालाब का निर्माण एवं उन्नत इनपुट योजना, मत्स्य हैचरी का निर्माण, जिन्दा मछली विक्रय केन्द्र का निर्माण, लघु फीड मील (क्षमता 2.00 टन) बॉयोपलॉक तालाब का निर्माण तथा लघु अलंकारी मछलियों के संवर्धन।

 

जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि मत्स्य हैचरी के निर्माण की इकाई लागत 25 लाख, नये तालाब का निर्माण एवं उन्नत इनपुट योजना का इकाई लागत 11 लाख, प्रति हेक्टेयर, जिन्दा मछली विक्रय केन्द्र का निर्माण का इकाई लागत 20 लाख, लघु फीड नील (क्षमता 2 टन) की इकाई लागत 30 लाख, बॉयोफ्लॉक तालाब निर्माण की इकाई लागत 14 लाख तथा लघु अलंकारी मछलियों के संवर्द्धन का इकाई लागत 3 लाख रूपये निर्धारित है। सभी अवयवों में अन्य वर्ग के लिए 40 प्रतिशत, महिला वर्ग एवं अनु० जाति/अनु० जनजाति के लाभर्थियों के लिए 60 प्रतिशत का अनुदान देय है।

 

जिला पदाधिकारी द्वारा अरवल वासियों को मत्स्य विभागीय योजनाओं से लाभान्वित होने का संदेश दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त अरवल, जिला कृषि पदाधिकारी अरवल, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक अरवल, कार्यपालक अभियंता लघु जल संसाधन, कार्यपालक अभियंता जल संसाधन, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र अरवल प्रगतिशील मत्स्य पालक गजेन्द्र कुमार उपस्थित थे।

Rajnish Ranjan
Author: Rajnish Ranjan

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