अरवल। जिले क्षेत्र के सोन दियारा की भूमि पर शराब तस्करों ने बनाया अपना अड्डा रात्रि के अंधेरे में बनाई जा रही है महुआ मीठा निर्मित शराब। इसे रोकना उत्पाद विभाग के लिए बड़ी चुनौती है। हालांकि अनेकों बार उत्पाद विभाग और पुलिस के द्वारा ध्वस्त की गई है दर्जनों भठिया। फिर भी इस धंधे में लिप्त लोग निरंतर कार्य कर रहे हैं।हालांकि, पुलिस के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 139 पर लगभग प्रतिदिन भारी मात्रा में शराब पकड़ना शराब तस्करों के मंसूबे को उजागर करता है। नव वर्ष के जश्न में शराब का जाम छलकाने की तैयारी तस्करों ने शुरू कर दी है। तस्कर शराब की बड़ी खेप लाने के लिए रोज नए रास्तों का प्रयोग कर रहे हैं।15 दिनों में जिले के अलग अलग थानों की पुलिस ने करीब 50 लाख की देशी और विदेशी शराब जप्त की है।
बावजूद शराब तस्करी का धंधा रुक नहीं रहा है। पुलिस और उत्पाद विभाग की लाख सतर्कता के वावजूद शराब हर जगह उपलब्ध है ।पुलिस एवं उत्पाद विभाग डाल-डाल तो तस्कर पात-पात की कहानी यहां चरितार्थ हो रही है। जबसे प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी हुई है शराब तस्करों और माफियाओं की गठजोड़ से अवैध शराब का कारोबार लगातार जारी है। खास कर नए साल और होली में ये कारोबार पूरे परवान पर होता है।
शराब बेचने और पीने में गिरफ्तार हो चुके हैं 2 हजार से अधिक लोग
इस साल जनवरी से लेकर अब तक केवल उत्पाद विभाग ने 6हजार 923 जगह पर छापेमारी किया जिसमें 372 प्राथमिकी हुई और 1 हजार 574 सन्हा दर्ज हुआ।शराब बेचने के मामले में 546 गिरफ्तारी हुई वहीं पीने वाले 1हजार 553 लोग पकड़े गए। होम डिलीवरी करने में 116 लोगों की गिरफ्तारी हुई।
वही देसी शराब 2553.66 लीटर और अंग्रेजी शराब 803 लीटर बरामद किया गया है। इसके साथ ही 77 बाइक, एक पिकअप, तीन ऑटो, दो कार और 1 मिनी ट्रक को भी जप्त किया गया है। उत्पाद विभाग ने कार्रवाई करते हुए इस साल 17 दिसंबर तक 537 शराब की भट्ठी ध्वस्त किया है। वाहनों के नीलामी में 2 करोड़ 26 लाख 62 हजार 800 रुपए और जुर्माना में 8 लाख 23 हजार 865 रुपए की राजस्व की प्राप्ति की है
क्या कहते हैं अधिकारी
नये साल पर शराब को लेकर विशेष छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।इसके लिए विभाग ने टीम का गठन किया है। यह टीम सर्च अभियान में लगी हुई है।