करपी,अरवल। प्रखंड मुख्यालय स्थित एक निजी मैरिज हॉल में सोनवर्षा नेचुरोपैथी परिवार की ओर से निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई के सेवानिवृत्ति वैज्ञानिक डॉक्टर आर एन वर्मा के द्वारा लोगों की चिकित्सा की गई। उन्होंने बताया कि नेचुरोपैथी भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है।
इस पद्धति से हमारे ऋषि महर्षियों के द्वारा चिकित्सा की जाती थी। लेकिन बाद के दिनों में भारत की प्राचीन चिकित्सा विद्या से लोग विमुख होते गए। जिसके परिणाम स्वरूप लोगों की परेशानी बढ़ गई है। एलोपैथ की ओर लोगों का अधिक झुकाव होता चला गया है। एलोपैथ दवाओ की साइड इफेक्ट होती है। लेकिन नेचुरोपैथी से किसी प्रकार की हानि नहीं होती और मरिज ठीक हो जाते हैं।
इन्होंने बताया कि समस्त जोड़ों के दर्द, घुटना दर्द, साइटिका, गठिया वात, सर्वाइकल, महिलाओं की बीमारी ,कैंसर, बीपी, शुगर, बवासीर इत्यादि की कारगर चिकित्सा इस पैथ में उपलब्ध है। कैंसर स्टेज 3 तक चिकित्सा मेरे द्वारा की जा रही है।
इन्होंने बताया कि चिकित्सा के क्रम में जोड़ों के दर्द में विशेष तौर पर व्यायाम एवं कुछ दवा का प्रयोग चिकित्सा में किया जाता है। शिविर में अधिकतर बुजुर्ग लोग उपस्थित थे। जिनकी चिकित्सा डॉक्टर आर एन वर्मा के द्वारा की गई ।शिविर के आयोजक पुरुषोत्तम योगी एवं विकास रोशन ने बताया कि करपी में भी नेचुरोपैथी की चिकित्सा की जाती है। इसके लिए समस्त संसाधन उपलब्ध हैं।