अरवल। भाई बहन के स्नेह का पर्व यम द्वितीया जिले में पारंपरिक ढंग से मनाई गई इस अवसर पर बहनों ने अपने भाई को तिलक लगाकर कुशलक्षेम के लिए प्रार्थना किया यह पर्व कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि को मनाई जाती है।
मान्यता के अनुकूल जिले क्षेत्र से दर्जनों भाई बहनों ने पर्व के अवसर पर यमुना नदी में गोता लगाने के लिए विभिन्न माध्यमों से वृंदावन मथुरा के लिए रवाना हुए हैं ऐसी मान्यता है कि इस दिन जमुना में अपने भाई बहन के साथ यमुना नदी में एक साथ स्नान करने से यम से मुक्ति पा लेते हैं।
विद्वान पंडित सर्वदानंद शर्मा ने बताया कि इस दिन अपने भाई को बहने तिलक लगाकर भाई की अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रार्थना करती हैं।
मान्यता है कि इस दिन यमुना ने अपने भाई यम को आमंत्रित कर स्वागत सत्कार किया था बहन ने जाते समय अपने भाई यम को इस तिथि को हमेशा आने के लिए आग्रह किया था और यम ने अपनी बहन की आग्रह को स्वीकार करते हुए यमुना के पास पहुंचे, आदर सत्कार के बाद जमुना ने अपने भाई यम से वरदान वरदान प्राप्त किया था ।
यमराज के वरदान के अनुसार जो व्यक्ति इस दिन जमुना में स्नान करके जाम का पूजा करता है उसे मृत्यु के पश्चात यमलोक से मुक्ति मिल जाती है।