अरवल । सरकारी राशि की दुरुपयोग कैसे निर्वाचित जन प्रतिनिधि करते हैं और उनके कार्य में कैसे सरकारी अधिकारी भी शामिल रहते हैं इसका जीता जागता उदाहरण किंजर बाजार शांतिपूर्ण करपी कुर्था एवं अन्य बाजारों में लगा।
विद्युत टावर लाइट इसके इंस्टॉलेशन कुर्था विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचित विधायक नागमणि के कार्यकाल में हुआ था बड़े ही ताम-झाम से इन बाजारों में फैले अंधियारी को दूर करने के उद्देश्य से माननीय ने हाई मास्ट लाइट लगाने की अनुशंसा की थी एक-एक हाई मास्ट लाइट की लागत उस वक्त लगभग सात आठ लाख रुपए आई थी।
हाई मास्ट लाइट तो लगी लेकिन उसका उपयोग पांच दिन भी नहीं हो सका न तो इसमें विद्युत कनेक्शन लिया गया और न ही कोई प्रशासनिक पहल निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों या निर्वाचित विधायक या सांसद द्वारा ही किया गया है जब कभी बिजली नहीं रहती थी।
तब इस हाई मास्ट लाइट को जनरेटर के माध्यम से छठ पर्व दुर्गा पूजा दीपावली के अवसर पर स्थानीय लोगों ने एक दो रात्रि के लिए जलाया करते थे अब तो विद्युत नियमित रहती है फिर भी इस हाई मास्ट लाइट में विद्युत कनेक्शन आज तक पंचायत स्तर से भी नहीं लिया जा सका है।
जबकि अब वार्ड सदस्य चाहते तो इन हाई मास्ट लाइटों का रखरखाव आसानी से हो सकता था अन्यथा दस पांच वर्षों में ये हाई मास्टर लाइट किलो के भाव कबाड़ी के यहां बिकने को मजबूर हो जाएगा।