अरवल। जिला प्रशासन अरवल द्वारा जनहित में जारी- डेंगू बीमारी वर्षा के पानी एवं अन्य जलजमाव से उत्पन्न मच्छरों के काटने से फैलने वाली एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है। डेंगू बीमारी भी उन्हीं में से एक है, जो बहुत ही खतरनाक एवं जानलेवा मच्छर जमे हुए साफ पानी में भी उत्पन्न होते हैं।
यह मच्छर ज्यादा पुराने पानी में नहीं बल्कि तीन-चार दिन तक एक स्थान पर रखे पानी में भी पनपता है। अभी मॉनसून का समय चल रहा है, जिस कारण इसके फैलने की संभावना ज्यादा है। हाल के रिपोर्ट के अनुसार बिहार में अभी डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जो बहुत ही चिंताजनक है।
अरवल जिले में अभी तक कुल 35 मामले डेंगू के पाए गए है, जिसमें तीन मामलें अन्य जिलों से संबंधित है। ऐसे में हमें खुद को सतर्क, सावधान रखकर इस जानलेवा बीमारी के प्रकोप में आने से बचा जा सकता है। ये मच्छर रात में काटने के बजाय दिन में भी काटते हैं। ऐसे में रात से ज्यादा सुबह इन मच्छरों से बचना आवश्यक है। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने एवं आसपास जहाँ भी जल जमाव हो वहाँ कीटनाशी दवाओं या केमिकल का छिड़काव करें, घर को साफ सुथरा एवं हवादार बनाए रखें।
अभी तक रिपोर्ट के अनुसार जिले में चार व्यक्ति संक्रमित पाया गया है जिसका सफलता पूर्वक इलाज कर डिस्चार्य कर दिया गया। नगर परिषद अरवल व नगर पंचायत कुर्था में डेंगू से बचाव हेतु फॉगिंग नियमित रूप से कराई जा रही है। इस क्रम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 22 स्थानों पर फॉगिंग की गई है एवं नगर पंचायत व परिषद द्वारा 08 स्थानों पर फॉगिंग का कार्य किया गया है। जिले के स्वास्थ्य केन्द्र एवं सदर अस्पताल अरवल में 52 जाँच किट, एक फॉगिंग मषीन, 26 बेड एवं मच्छरदानी इसके रोकथाम के लिए वर्तमान में मौजूद हैं।