गया। ब्यूरो
गया जिले के नक्सल प्रभावित आमस की महुआवां पंचायत के वार्ड नौ प्राणपुर गांव के जिस सामुदायिक भवन में सालों से आंगनबाड़ी केन्द्र चल रही है, उसकी स्थिति जर्जर हो गई है। रिपेरिंग व रंग-रोगन नहीं होने से सालों पूर्व के बने भवन के छत का प्लास्टर छुट कर गिरने लगे हैं। जिसके नीचे गांव के नवनिहाल पहली पाठशाला की शिक्षा ग्रहण करते हैं। भवन के के आगे दो चापाकल लगे हैं। लेकिन दोनों खराब पड़े हैं। इनमें पीएचईडी के एक चापाकल में गांव के एक ग्रामीण मोटर पंप लगा कर निजी उपयोग कर रहे हैं।
जबकि केन्द्र के बच्चों को दूर से पानी लाकर प्यास बुझाना पड़ रहा है। सहायिका नंदनी देवी ने बताया कि कुछ माह पूर्व सड़क निर्माण करने वाले एक ठेकेदार भवन के कमरे में सामान रखा करते थे। जिसके बाद से अपना ताला लगाये हुये हैं।
कई बार मांग करने के बाद भी ताला नहीं खोला गया है। जिस वजह बच्चों को बरामदे में बैठाना और इनके लिए पोषाहार सेविका के घर से बना कर लाना पड़ रहा है।