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शिक्षक नियमावली 2023 में सुधार करते हुए हम सभी कार्यरत शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दे

अरवल।

शिक्षक नियमावली 2023 के विरोध में प्रतिरोध मार्च निकाला गया। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ जिला इकाई अरवल के द्वारा 1 मई 2023 को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर शिक्षक नियमावली 2023 के विरोध में अरवल मोड़ शहीद भगत सिंह चौक से प्रतिरोध मार्च करते हुए समाहरणालय पहुंचे।

 

जिला पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. इस प्रतिरोध मार्च का नेतृत्व बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ जिला इकाई अरवल के शिक्षक नेता राजीव कुमार उर्फ अनय सिंह के द्वारा किया गया। प्रतिरोध मार्च में विभिन्न संगठनों के शिक्षक नेता एवं काफी संख्या में शिक्षक, शिक्षिका सम्मिलित हुए।

 

अनय सिंह ने कहा कि यह नियमावली विसंगतियों से भरा हुआ एवं अराजकतापूर्ण नियमावली लागू कर शिक्षा, शिक्षार्थी और शिक्षकों को बांटना चाहती है।आप सभी को स्मरण दिलाना चाहता हूं कि 2 अक्टूबर 1980 में सभी निजी माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की सेवा सरकारी घोषित की गई।

 

साथ ही शिक्षामित्रों को 2006 के नियमावली में बिना परीक्षा के पंचायत शिक्षक घोषित कर दिया गया और इधर 34540 शिक्षकों को भी बिना परीक्षा के सरकारी कर्मी घोषित किया गया। हम इस प्रतिरोध मार्च के माध्यम से सरकार को संदेश देना चाहते हैं कि शिक्षक नियमावली 2023 में सुधार करते हुए हम सभी कार्यरत शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दे। अन्यथा इस नियमावली 2023 के विरोध में और सरकार के उदासीन रवैया और गलत नीतियों खिलाफ हम सभी शिक्षक एवं विभिन्न शिक्षक संगठनों के द्वारा जिला मुख्यालय पर धरना एवं विधानसभा का घेराव करने पर बाध्य हो जाएंगे।

 

प्रतिरोध मार्च संबोधित स्थानीय विधायक महानंद सिंह, पीपी एजुकेशन के अध्यक्ष अभिराम सिंह,कौशल कुमार, अरविंद कुमार, नंदकिशोर सिंह, रामाकांत राय, रविंदर कुमार, मुस्ताक अहमद, संदीप कुमार, मनोज कुमार, महेंद्र कुमार निराला, शैलेंद्र कुमार, बच्चू पासवान आदि नेताओं ने शिक्षकों को संबोधन किया।

Rajnish Ranjan
Author: Rajnish Ranjan

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