पटना के एसकेपुरी थाना क्षेत्र में अटल पथ पर शिवपुरी के पास रविवार की रात नशे में धुत कार सवार युवकों ने स्कूटी से जा रहे दारोगा पुत्र को रौंद डाला, जिससे अस्पताल पहुंचाने के क्रम में उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान हाजीपुर के दिघीकला निवासी सुभाष ठाकुर के 22 वर्षीय पुत्र मयंक के रूप में हुई। सुभाष रेल पुलिस में सहायक अवर निरीक्षक के पद पर हैं।
वहीं, स्थानीय लोगों के सहयोग से कार चालक आनंद और उसके साथी रोहित को दबोच लिया गया। दोनों शराब के नशे में चूर थे। लोगों ने उनकी पिटाई करने के बाद स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया। हादसे के बाबत गांधी मैदान ट्रैफिक थाने में प्राथमिकी की गई, जबकि शराब मामले में एसकेपुरी थाने की पुलिस ने दोनों आरोपितों को जेल भेजा है। पुलिस ने दोनों दुर्घटनाग्रस्त वाहन भी जब्त कर लिया है।
बताया जाता है कि रात करीब 11 बजे मयंक स्कूटी से दीघा की तरफ जा रहा था। तभी शिवपुरी के पास विपरीत दिशा से आ रही कार ने उसे सामने से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही मयंक दूर जाकर सड़क पर गिर पड़ा। टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग दौड़ पड़े और कार लेकर भाग रहे आनंद को उन्होंने पकड़ लिया। दूसरी सीट पर बैठे रोहित को भी दबोच लिया गया।
इसके बाद लोगों ने उन दोनों की पिटाई कर दी। सूचना मिलने पर एसकेपुरी थाने की गश्ती पुलिस पहुंची और मयंक को अस्पताल लेकर गई। साथ ही दोनों आरोपितों को थाने लाई। मयंक पटना के बोरिंग रोड इलाके में किराये पर कमरा लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था। वहीं, आरोपित आनंद ई-रिक्शा चालक और राेहित एक निजी कंपनी में कर्मचारी है। कार मालिक का पता लगाया जा रहा है।
मयंक अक्सर स्कूटी से पटना से हाजीपुर आता-जाता रहता था। उसके घर में पिता के अलावा मां और छोटा भाई है। चचेरे भाई चंदन कुमार ने बताया कि रविवार की सुबह ही मयंक किसी जरूरी काम के लिए पटना आया था। उसने माता-पिता से कहा था कि वह रात तक लौट आएगा, लेकिन पुलिस ने उसकी माैत की खबर भेज दी। मयंक के स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सोमवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद मयंक का शव स्वजनाें को सौंप दिया।