रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट
बिक्रमगंज अनुमंडल के नोनहर गाँव में 11 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आगमन होना है। जिला प्रशासन रात-दिन गाँव को दुल्हन की तरह सजाने में लगा हुआ है। कहीं कोई कमी न रह जाय, इसको लेकर अधिकारियों में भय भी देखा जा रहा है। अधिकारियों को आम-आवाम और किसानों से भी भय है कि कहीं उर्वरक की किल्ल्त और किसानों के धान क्रय में धांधली का पोल न खुल जाय।
बहरहाल जो हो, लेकिन मुख्यमंत्री के आगमन के पूर्व ही बिहार भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य तथा शाहाबाद के समाजसेवी एवं किसान नेता प्रो0 बलराम मिश्र ने नीतीश कुमार को एक पत्र लिखकर कहा है की समाधान-यात्रा में रोहतास में आपका आना तभी सार्थक माना जायेगा जब यहाँ किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक, पैक्स को दिये गये धान का उचित समर्थन मूल्य तथा रवि फसल के लिए नहरों में पर्याप्त पानी मिल सकेगा।
प्रो. मिश्र ने अपने पत्र में साफ साफ लिखा है कि रोहतास के किसानों को न तो नहरों से पर्याप्त पानी मिल रहा है न उर्वरक और न ही उनका समर्थन मूल्य। उन्होंने यह भी लिखा है कि सरकार द्वारा निर्धारित धान के समर्थन मूल्य 2040/-रू0 के बदले किसानों को 1700/-रू0 ही प्रति क्विंटल मात्र मिल रहा है। इसमें प्रशासनिक पदाधिकारियों की मिलीभगत का भी आरोप लगाया गया है। प्रो. मिश्र ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि जिले के कदवन जलाशय परियोजना का डीपीआर मुख्यमंत्री जी आप ही की सरकार में बना था, लेकिन अभी तक उसमें कोई भी काम शुरू नहीं हुआ है। यदि आपकी सरकार इसे मूर्त रूप दे दे तो पूरे शाहाबाद के साथ औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद सहित अन्य जिलों के किसानों को खेतों में पानी मिलना शुरू हो जायेगा। साथ ही इससे पर्याप्त बिजली का भी उत्पादन यहाँ आरंभ हो जायेगा। प्रो. मिश्र ने कुल मिलाकर यह कहना चाहा है कि रोहतास में आपकी समाधान-यात्रा यदि इन सारे बिंदुओं का समाधान कर सके तो ठीक है और नहीं तो यह समाधान-यात्रा नहीं बल्कि हवा-हवाई-यात्रा मानी जायेगी। केवल छालावा यात्रा माना जायेगा |