रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट
कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज में तीन दिवसीय किसान प्रशिक्षण सोमवार को प्रारंभ किया गया। जिसका उद्घाटन नाबार्ड के डीडीएम सुनील कुमार एवं कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान आर के जलज ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 3 दिनों तक चलेगा। इसके माध्यम से रोहतास जिले में किसानों को उत्पादकता समूह का बेहतर प्रबंधन एवं विपणन कार्य करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सात किसान उत्पादकता समूह के 35 निदेशक एवं सदस्यों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम नाबार्ड एवं कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा संयुक्त रूप से प्रायोजित है। आरके जलज ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि किसान उत्पादकता समूह को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार वित्तीय प्रोत्साहन दे रही है। इसका लाभ उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिला में धान एवं गेहू आधारित छोटे उद्योगों का अच्छा विकास संभव है। मवेशी, मुर्गी एवं मत्स्य आधारित उत्पादों का भी विपणन एफपीओ के द्वारा आसानी से किया जा सकता है और सरकार द्वारा लाभ भी प्राप्त किया जा सकता है।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबधंक सुनील कुमार ने किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) का क्षमतावर्द्धन व एफपीओ चलाने के लिए सभी डॉक्यूमेंटेशन एवं कागजी प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया। डॉ रामाकांत सिंह ने प्रतिभागियों को प्राकृतिक खेती से समाज सुधार एवं उत्पादकता में वृद्धि एवं मिट्टी का जांच का महत्व के बारे में विस्तार से बताएं। डॉ रतन कुमार उद्यान वैज्ञानिक ने जिले में सब्जी एवं फूल संबंधी संभावनाओं को लेकर विस्तार पूर्वक निदेशक मंडल के सदस्यों को जानकारी दी। इस कार्यक्रम में हरेंद्र प्रसाद शर्मा, सुबेश कुमार, अभिषेक कौशल, प्रवीण कुमार इत्यादि उपस्थित थे।