रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट
व्यवहार न्यायालय बिक्रमगंज में शनिवार को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती अधिवक्ता दिवस के रूप में अधिवक्ताओं ने मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ राजेंद्र प्रसाद के तैल चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। मौके पर उपस्थित वरी अधिवक्ताओं को बार एसोसिएशन के तरफ से अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। वही स्थानीय एसोसिएशन की मेंबर अंशु को जज बनने पर उसे भी सदस्यों द्वारा सम्मानित किया गया।
एसडीजेएम राजीव रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि बार एवं बेंच के बीच हमेशा समन्वय स्थापित रखना चाहिए। इसके अभाव में न्यायिक कार्य की गति कम हो जाती। एक दूसरे के सहयोग से आम जनों को न्याय मिलने की उम्मीद जगती है। वही जूनियर अधिवक्ताओं से उन्होंने आग्रह किया कि अपने सीनियर अधिवक्ताओं से सीखने की भावना उत्पन्न रखें। साथ ही भारत के प्रथम राष्ट्रपति के जीवन पद्धति का वर्णन करते हुए उन्होंने अपने लिए अनुकरणीय बताया।
मौके पर एसीजेएम मुकेश कुमार मिश्र, संजय कुमार एवं न्यायिक पदाधिकारी विजेंद्र सिंह, अंजलि नाग, सुधीर कुमार, अविनाश चंद्र, संतोष कुमार साह, एसोसिएशन सचिव दिनेश सिंह, अधिवक्ता कमल किशोर उपाध्याय, प्रकाश कुमार, जय राम प्रसाद, अनिल मिश्रा,विनोद मिश्रा, मनोज कुमार एवं सुधीर कुमार सहित दर्जनों अधिवक्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसोसिएशन के अध्यक्ष केदारनाथ सिंह एवं संचालन श्यामसुंदर मिश्रा ने किया।