तरारी प्रखण्ड के सभी 167 प्राथमिक व मध्य विधालयो में होने वाली बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान निपुण विहार मिशन के तहत तकरीबन तरारी के सभी विधालयों में बुनियादी साक्षरता संख्या ज्ञान निपुण बिहार मिशन के तहत कक्षा वन में घटते छात्रो की संख्या को देखते हुए सरकार ने पूरे बिहार में सगोष्ठी का आयोजन किया था। जिसको सफल बनाने कि जिम्मेवारी स्कूल के प्रधानाचार्य व शिक्षको को सौपी गई थी। जिसको पुरी तरह सफल बनाने हेतू छात्रो व अभिभावक को डोर टू डोर मिल इस अभियान को सफल बनाने का जिम्मा सौपा गया था।
जिसके बाद भी आशा के अनुरूप छात्र व अभिभावक इस कार्यक्रम में नही पहुँच सके। संगोष्ठी में शत प्रतिशत छात्र अभिभावक का उपस्थिति नही होना सरकार के कल्याणकारी योजनाओ का केवल कागजी खानापूर्ती के कारण सरकार के योजनाओ से विश्वास उठ जाना दर्शाता है। कार्यक्रम में केवल 50℅ छात्र व अभिभावक उपस्थित हुए। छात्र व अभिभावको को बुनियादी साक्षरता एंव संख्या ज्ञान निपुण विहार मिशन के तहत्त किये गए शिक्षण प्रयासो से अवगत कराते हुए चहक कार्यकर्म के तहत तरह तरह के कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।
शिक्षक सगोष्ठी के समय सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गए पुस्तक, स्कूल किट, शिक्षण अधिगम साम्रगी कीट भी छात्रो को दिया गया। कार्यक्रम तरारी के कुल 67 मध्य विधालय व 100 प्राईमरी विधालयो के वर्ग एक करीब 15 सौ छात्र व पन्द्रह सौ अभिभावक ही कार्यक्रम में शामिल हो सके थे। कार्यक्रम के दौरान सिकरौल कन्या विधालय में प्रधानाचार्य विश्वनाथ राम, विंकटेश राय, राकेश कुमार सिंह, राश्मनी कुमारी, किरण कुमारी, सरोजनी कुमारी, हसन इमाम, सहनाज बेगम, बेद मित्र पाल की भूमिका सराहनीय दिखी।