वाराणसी। पीईटी परीक्षा के लिए वाराणसी आए हजारों छात्र-छात्राओं को शनिवार को ट्रेनों मे चढने के लिए भारी मुसीबतो का सामना करना पड़ा। ट्रेने खचाखच भरी रही और छात्रों को सीटों पर लिए बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी। छात्र स्टेशनो पर पेयजल के लिए परेशान होते दिखे परीक्षा के जा रहे छात्रों मे रेलवे विभाग के प्रति काफी गहरा आक्रोश दिखा। इस अव्यवस्था के कारण कई छात्रों की परीक्षा तो कइयों की ट्रेने छूट गई। परीक्षा के सरकारी इंतजाम से नाराज छात्रों का कहना था की जनप्रतिनिधि अपने लिए तो सभी व्यवस्थाओ को उपलब्ध करा लेते है और जनता को राम भरोसे छोड़ देते है।
उधर छात्रों के भारी हुजूम से स्टेशन पर रेलवे विभाग की व्यवस्था चरमरा गई थी। परीक्षा के लिए देवरिया, गोरखपुर, बेलथरारोड, बलिया समेत पाँच जिलों के अभ्यार्थि जिले के विभिन्न परीक्षा केन्द्रो पर परीक्षा देने आए थे। हजारों छात्रों के वाराणसी आने के दौरान गोरखपुर से वाराणसी रेलवे रूट पर चलने वाली सभी ट्रेने फूल रही। वापस जाते समय भी वही हाल रहा और कैंट स्टेशन पर ट्रेनों के इंतजार मे खड़े हजारों की संख्या मे छात्र एक दूसरे प्लेटफार्म पर भटकते रहे।
स्टेशन पर मिले अभ्यर्थी बलिया जिले के चंदन यादव ने बताया की ट्रेनों के नाम पर छात्रों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। फार्म भरवाकर फीस वसूल लिए गए लेकिन छात्रों को परीक्षा से सम्बन्धित व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं है। पाँच जिलों के अभ्यर्थी वाराणसी आए है ट्रेनों मे पैर रखने तक की जगह नहीं है। चंदन ने बताया की इस समस्या से सबसे अधिक दिक्क़त महिला अभ्यर्थियों को हुईं है। महिला अभ्यार्थियों के लिए होम सेंटर की व्यवस्था करनी चाहिए जब सरकार परीक्षा कराए तो छात्रों के लिए ट्रेन व बसों की भी व्यवस्था करे ताकी अन्य यात्री परेशान ना हो।
बेल्थरारोड निवासी कंचन ने बताया की ट्रेनों मे जगह न होने से बहुत दिक्क़ते हो रही है। रेलवे विभाग के इस लचर व्यवस्था के कारण कई छात्र छात्राओं की परीक्षा छूट गई। रेलवे और सरकार की इस व्यवस्था से देवरिया जिले की निवासी रागनी भी असंतुष्ट थी।