बलिया। बैरिया तहसील क्षेत्र का राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल जमालपुर जर्जर हाल मेें है। चिकित्सक तथा स्वास्थ्यकर्मी तो दूर मरीज अंदर जाने कतरा रहे हैं। हाल यह है कि हल्की बारिश होने पर भी छप से पानी टपकने लगता है और कमरे में रखी दवाएं भींग कर खराब हो जाती है। छत का प्लास्टर उपर से टूट कर गिरता रहता है जिससे कभी भी स्वास्थ्यकर्मी व मरीज चोटिल हो सकते हैं।
यही कारण है कि मरीज अंदर जाने से कतराते हैं।फर्श का प्लास्ट भी टूट गए हैं जिससे उसमे सिडन हो गया है।अस्पताल में आयी दवाई इसी फर्श पर राखी जाती है जिससे दवाओं में घुन व अन्य कीड़े मकोड़े लग जाते हैं और दवाएं बर्बाद हो जाती है। अस्पताल में बिजली का वायरिंग उखड़ गया है जिसमे बिजली सप्लाई भी बाधित हो रही है।विभाग ने बिजली सप्लाई के लिए इनवर्टर भेज दिया लेकिन बैट्री के अभाव में वह भी बेकार साबित हो रहा है। रख रखाव न होने से भवन ढहने के कगार पर पहुंच गया है। अस्पताल में तैनात चिकित्सक तथा स्वास्थ्यकर्मी दहशत में रहते हैं। अस्पताल पर चिकित्सक की तैनाती है। प्रतिदिन काफी संख्या में मरीज अपने उपचार के लिए यहाँ आते हैं उनके मन में शंका बनी रहती है भवन में पानी टपकने से दवाएं खराब हो जा रही है।
इस बाबत आयुर्वेदिक चिकित्सालय के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ लालजी पटेल का कहना है कि भवन जर्जर हो चुका है। छत का प्लास्टर टूट कर गिरता रहता है दवा रखने की कोई समुचित व्यवस्था नही है।