वाराणसी। बीएचयू सेंट्रल ऑफिस पर छात्र-छात्राओं ने हंगामा किया। छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प और धक्का मुक्की हुई। सैकड़ों छात्र ऑनलाइन एग्जाम की मांग करते धरना देने पहुंचे। उनका आरोप है कि सेमेस्टर का कोर्स पूरा किए बिना परीक्षा कराई जा रही है। कोर्स आधा पढ़ाया गया और सवाल पूरे कोर्स से पूछे जा रहे हैं।
ऑनलाइन परीक्षा की मांग के समर्थन में लामबंद कला संकाय और सामाजिक विज्ञान संकाय के सैकड़ों छात्र-छात्राएं दोपहर 2 बजे सेंट्रल ऑफिस के बाहर जमा हो गए। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो नोकझोक की स्थित बन गई। इस दौरान धक्का मुक्की में कुछ छात्रों को चोटें आई हैं।
एक छात्र बेहोश भी हो गया जिसे साथी उठाकर धरनास्थल से दूर ले गए। छात्रों का आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने लाठी चलाई है जिससे वे चोटिल हो गए हैं। इससे पूर्व छात्रों का हुजूम अपनी शिकायत लेकर डीन ऑफ स्टूडेंट के दफ्तर पहुंचा। वहां सुनवाई नहीं होने पर सभी सेंट्रल ऑफिस आए और मुख्य द्वार के बाहर धरना शुरू कर दिया। छात्रों ने कहा कि हमें किसी अधिकारी से मिलने नहीं दिया जा रहा था।
उनकी तैयारी पूरी नहीं है। हम बीते 25 दिनों से संबंधित शिक्षकों के माध्यम से अपनी बात अधिकारियों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। हमारे अनुरोध की अनदेखी करते हुए बीएचयू प्रशासन ने परीक्षा की तारीख घोषित कर दी। हमारी मांग है कि यदि ऑनलाइन परीक्षा नहीं कराई जाती तो विद्यार्थियों को कम से कम 25 दिनों का और समय दिया जाए। नए सिरे से परीक्षा की समय सारिणी घोषित की जाए और लैंग्वेज का पेपर सबसे अंत में रखा जाए। लैंग्वेज का कोर्स आधा भी नहीं पढ़ाया गया है।
छात्र-छात्राओं को समझा कर शांत कराया गया है। उनकी बात संबंधित अधिकारियों तक पहुंचा दी गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन नियमानुसार निर्णय करेगा।