बिहार के 14 जिलों में डेंगू के मरीज मिले हैं। नालंदा, रोहतास, जहानाबाद, सीवान, वैशाली, बेगूसराय, गया, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी पं चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, बांका और मुंगेर में डेंगू के डंक से लोग परेशान हैं। सोमवार को तीन नये रोगियों के साथ नालंदा जिले में अब तक डेंगू के 313 संक्रमित मिल चुके हैं। इलाज के दौरान पटना समेत अलग-अलग जगहों पर 11 लोगों के मरने की भी चर्चा है। राजगीर में जलजमाव वाले स्थानों पर गंबूसिया मछली छोड़ी गयी है।
वहीं बिहारशरीफ शहर में भी मंगलवार को गंबूसिया मछली छोड़ी जाएगी। राजगीर के अलावा बिहारशरीफ व पावापुरी में 52 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है। 18 रोगी अब भी इलाजरत हैं। राजगीर के अलावा बिहारशरीफ, हरनौत व इस्लामपुर में डेंगू का प्रकोप है। वहीं रोहतास जिले में एक सप्ताह में करीब 15 केस सामने आया है। हालांकि डेंगू के केस निजी पैथोलॉजी केंद्रों जांच के दौरान सामने आया है।
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर जिला के अधिकारी ने डेंगू किट खरीददारी के लिए सदर, अनुमंडल व पीएचसी को पत्राचार किया है। जहानाबाद में जुलाई से अबतक डेंगू के चार मरीज मिले हैं। सदर अस्पताल में न डेंगू वार्ड बनाया गया है न ही जांच के लिए किट उपलब्ध है। वहीं सीवान जिले में भी चार डेंगू मरीज चिह्नित किए गए हैं। लंबे समय से इनमें से दो पटना में पढ़ाई करते हैं, एक राजस्थान तो दूसरा अन्य प्रदेश में रहकर जीवन यापन करता है।
गया में पिछले चालीस दिनों में अबतक तीन डेंगू के मरीज मिले हैं। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर एम ई हक ने बताया कि जहां से पॉजिटिव मिलने की सूचना आती है वहां छिड़काव कराया जा रहा है। वैशाली जिले में दो मरीज सामने आए हैं। बेगूसराय में अबतक पांच मरीजों की जांच करायी गयी है। इनमें से साहेबपुरकमाल में डेंगू के एक मरीज की पहचान हुई है। पुष्टि पटना में जांच के बाद हुई है। सीएस ने बताया कि एक आइसोलेशन वार्ड तैयार है। सारण और नवादा में अबतक कोई मरीज नहीं मिला। कोई व्यवस्था भी नहीं की गई है।