बिहार में शिक्षक अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भोजपुर जिले में योजनाओं की समीक्षा करने के लिए जैसे ही जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस से कलेक्ट्रेट जाने के लिए निकले शिक्षक अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान आक्रोशित अभ्यर्थियों ने डिप्टी सीएम की गाड़ी रोक कर अपनी मांग सुनने की बल पूर्वक कोशिश कर रहे थे। गाड़ी रुकता ना देख अभ्यर्थी आक्रोशित हो उठे। इस दौरान सरकार विरोधी नारे भी लगाए गए।
हंगामे के दौरान सीटीई/बीटीईटी पास अभ्यर्थी सातवां चरण के प्राथमिक शिक्षक की बहाली जल्द से जल्द करने की मांग कर रहे थे। अभ्यर्थियों के हंगामे और जिद को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने किसी प्रकार बलपूर्वक यहां से निकलते हुए डिप्टी सीएम को कलेक्ट्रेट ले जाया गया। अभ्यर्थियों के हंगामे के कारण कुछ देर के लिए प्रशासनिक महकमे में अफरा-तफरी मच गई। कलेक्ट्रेट के समीप भी कई अभ्यर्थियों ने डिप्टी सीएम को ज्ञापन सौंपा। शिक्षक अभ्यर्थी लगातार अपनी मांगों को लेकर विरोध कर रहे हैं।
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आरा के प्रभारी मंत्री भी हैं। आरा पहुंचने के बाद तेजस्वी यादव समाहरणालय में जिलाधिकारी, एसपी और अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग करने पहुंचे थे। जानकारी के मुताबिक बैठक के बाद डिप्टी सीएम का कोईलवर स्तिथ मानसिक आरोग्यशाला का भी जायजा लेने का भी कार्यक्रम तय था। लेकिन सर्किट हाउस से निकलने के दौरान ही सीटीई/बीटीईटी के अभ्यर्थी गेट पर जमा हो गए। जैसे ही तेजस्वी यादव की गाड़ी सर्किट हाउस से निकली, शिक्षक अभ्यर्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों की मांग है कि 40 माह से नोटिफिकेशन नहीं आया है। शिक्षक अभ्यर्थियों ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से जल्द से जल्द सातवें चरण की बहाली के लिए विज्ञप्ति जारी करने की मांग की।