तरारी प्रखंड अंतर्गत पनवारी पैक्स अध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने किसानों का बिजली बिल माफ करने की मांग सरकार से की है और कहा है कि डीजल अनुदान की घोषणा छल है। अब किसी किसान के पास डीजल पंप नहीं रह गया है। वैसे भी डीजल पर खेती काफी महंगी साबित हो रही है। लिहाजा पर डीजल पर खेती करने के बजाए खेती नहीं करना बेहतर माना जा रहा है। बहरहाल सभी किसान बिजली के भरोसे हो गये हैं और उसी से अपना धान की रोपनी कर पाए हैं और उसे दिन – रात एक कर बचाने में जुटे हैं।
ऐसे में जाहिर है कि डीजल अनुदान का पैसा या तो घोटाले का अंतरवस्तु बनेगी या फिर लौट जायेगी। इससे किसानों को कोई लाभ नहीं होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली का उपयोग कर धान की फसल बचाने की जद्दोजहद कर रहे किसानों पर बिजली बिल बढ़ रहा है। अगर सरकार उसे माफ करती है तो यह एक तरह से किसानों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
हरेंद्र ने कहा कि मौसम के विपरीत होने की वजह से लगभग एक तिहाई चौथाई भाग भीषण सूखे की चपेट में आ गया है। नहर से सिंचाई होने वाले एक चौथाई भाग की बात नहीं करें तो शेष भाग की खेती बिजली पर ही निर्भर हो गयी है।