*हजार करोड़ की लागत से झारखंड को मिलेगा नया रिम्स – 2 डॉ इरफान अंसारी स्वास्थ्य मंत्री झारखंड सरकार*
“10 दिन में नई एजेंसी का चयन, पुरानी एजेंसियों पर गिरी गाज”
“झारखंड का मॉडल बनेगा आदर्श, अब दिल्ली भी लेगा हमारे अस्पतालों से सीख”
“प्राइवेट अस्पतालों को चेतावनी, मरीज की मौत के बाद शव रोकने पर होगी कार्रवाई..जल्द जारी की जाएगी सरकारी निर्देश”
“राज्य के हर कोने में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, 1000 PHC बनाए जाएंगे”
“200 अस्पताल प्रबंधकों की बहाली से स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगा नया आयाम”
“झारखंड के सभी सदर अस्पताल होंगे आधुनिक, स्वास्थ्य सुविधाओं का होगा अपग्रेडेशन”
“हर जिले में मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर बनाकर देंगे बेहतरीन चिकित्सा सुविधा”
“एक हफ्ते में MRI और CT स्कैन मशीनें हर अस्पताल में लगाई जाएंगी”
“झारखंड में मोहल्ला क्लीनिक नहीं, आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर होगा जोर”
“शाम में भी OPD की सुविधा, अब डॉक्टर दो शिफ्ट में करेंगे मरीजों का इलाज”
“हर अस्पताल में पर्याप्त डॉक्टर, प्राइवेट डॉक्टर भी होंगे शामिल”
“सुदूर इलाकों तक सरकार की स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का संकल्प”
“जामताड़ा मेडिकल कॉलेज के निर्माण का रास्ता साफ, निरीक्षण के लिए रांची से जाएगी टीम”
आज दिनांक 13 दिसंबर 2024 को स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखंड की अध्यक्षता में माननीय मंत्री डॉ. इरफान अंसारी जी द्वारा विभागीय समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में विभाग के सभी आला अधिकारी और राज्य के सभी सिविल सर्जन उपस्थित हुए। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए अपने संकल्प को दोहराया और कड़े निर्देश दिए।
मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा, “झारखंड राज्य को एक डॉक्टर के रूप में स्वास्थ्य मंत्री मिला है। मैं स्वास्थ्य सेवा में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं करूंगा। जो अधिकारी अच्छा काम करेंगे उन्हें इनाम मिलेगा, लेकिन गलतियों पर सख्त कार्रवाई होगी। मैं इस विभाग में एक नई सोच के साथ आया हूं, और मेरा उद्देश्य झारखंड की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना है। आप सभी का सहयोग चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग केवल कागजों तक सीमित नजर आ रहा है। “मैं इस व्यवस्था को बदलने के लिए प्रतिबद्ध हूं। यह बैठक उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है,” उन्होंने कहा।
महत्वपूर्ण घोषणाएं और निर्देश:
1. रिम्स-2 का निर्माण:
झारखंड में 1000 करोड़ रुपये की लागत से रिम्स-2 का निर्माण किया जाएगा। यह अस्पताल न केवल दिल्ली के तर्ज पर होगा बल्कि झारखंड का मॉडल बनकर दिल्ली के अस्पतालों को भी प्रेरित करेगा।
2. प्राइवेट अस्पतालों पर सख्त निर्देश:
मरीजों की मौत के बाद शव को रोकने की प्रथा पर रोक लगाने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। इस पर जल्द ही सरकार आदेश जारी करेगी।
3. 1000 पीएचसी का निर्माण:
राज्य भर में 1000 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) बनाए जाएंगे ताकि ग्रामीण और सुदूर इलाकों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंच सकें।
4. नई एजेंसियों का चयन:
सभी वर्तमान एजेंसियों को रद्द कर 10 दिनों के अंदर नई एजेंसियों का चयन किया जाएगा।
5. 200 हॉस्पिटल मैनेजर की बहाली:
राज्य भर के अस्पतालों में लगभग 200 अस्पताल प्रबंधकों की नियुक्ति की जाएगी।
6. सदर अस्पतालों का आधुनिकीकरण:
सभी सदर अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा और प्रत्येक जिले में मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर (OT) बनाए जाएंगे।
7. MRI और CT स्कैन मशीनें:
एक सप्ताह के अंदर सभी अस्पतालों में MRI और CT स्कैन की मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी।
8. शाम की ओपीडी सेवा:
मरीजों की सुविधा के लिए शाम को भी ओपीडी सेवा शुरू की जाएगी। डॉक्टर दो शिफ्ट में बैठेंगे।
9. प्राइवेट डॉक्टरों की सेवाएं:
आवश्यकता पड़ने पर प्राइवेट डॉक्टरों को भी नियुक्त किया जाएगा ताकि सभी अस्पतालों में पर्याप्त डॉक्टर उपलब्ध हों।
10. जामताड़ा में मेडिकल कॉलेज:
जामताड़ा में मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए रास्ता साफ हो चुका है। जल्द ही रांची से स्थल निरीक्षण के लिए टीम जाएगी।
11. सुदूर इलाकों तक पहुंचेंगी स्वास्थ्य सेवाएं:
सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि झारखंड के हर कोने में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों।
12. मोहल्ला क्लीनिक का आधुनिकरण:
मोहल्ला क्लीनिक की जगह मुख्यमंत्री की सलाह के अनुसार इसका आधुनिकीकरण किया जाएगा।
मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा, “मैं झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को कागजों से निकालकर जमीन पर लाना चाहता हूं। यह तभी संभव है जब अधिकारी पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ काम करें।”
बैठक के अंत में मंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि झारखंड की जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारी सर्वोपरि है। “हम सब मिलकर एक ऐसा झारखंड बनाएंगे, जहां स्वास्थ्य सेवा एक मिसाल बने