अरवल। जल -जीवन- हरियाली को बढ़ावा देते हुए वन महोत्सव पर सोमवार को डीएम वर्षा सिंह द्वारा कलेर प्रखण्ड क्षेत्र स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय जयपुर में 75वाँ वन महोत्सव समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यालय परिसर में जिला पदाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त द्वारा पौधारोपण का कार्य किया गया।इसी क्रम में जिला पदाधिकारी ने सभी से पर्यावरण के जिम्मेवारियों के प्रति सजग रहने की अपील की गई। साथ ही उनके द्वारा बताया गया कि पेड़ पर्यावरण के फेफड़े का कार्य करती हैं एवं पर्यावरण को संतुलित रखती है। पर्यावरण को संतुलित रखने में पेड़ों की अहम भूमिका होती है। अतः इसका संरक्षण अत्यावश्यक है।
वृक्षों एवं वनस्पतियों की कमी के कारण वायु में आर्दता की कमी हो जाती है, जिसका कुप्रभाव बारिश पर पड़ता है और वर्षा समय पर नहीं हो पाती है। संतुलित पर्यावरण से प्रत्येक मौसम समयानुसार क्रियान्वित होते है और वर्षा भी समय पर होती है, जिससे कि नदियों का जलस्तर बना रहता है एवं मनुष्यों के लिए पीने के पानी का स्तर भी ठीक रहता है।
अतः पर्यावरण में अपनी भागीदारियों को समझें और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगायें व उनको सुरक्षित रखें। वनस्पतियों की कटाई एवं संरक्षण न करने से हवा में कार्बन डाई ऑक्साईड गैस की बढ़ोतरी होती है जो कि एक ग्रीन हाउस गैस है. जिससे पृथ्वी के सतह का तापमान बढ़ जाता है, जो कि पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुँचाता है और पृथ्वी सतह पर निवास करने वाले जीवों के लिए प्रतिकूल महौल उत्पन्न करता है।
वहीं, उन्होंने कहा कि पेड़ लगाकर हम पृथ्वी सतह के तापमान को कम कर सकते है और जीवों के रहने लायक एक उचित महौल तैयार कर सकते है। मौके पर उप विकास आयुक्त, विशेष कार्य पदाधिकारी, डीपीओ मनरेगा, प्रखंड विकास पदाधिकारी कलेर, अंचलाधिकारी कलेर, रेंजर फॉरेस्ट गार्ड्स, स्कूली बच्चों के साथ अन्य मौजूद थे।