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विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का दिखा घोर अभाव

अरवल। सरकारी विद्यालयों में संसाधनों की कमी के कारण बच्चों का पठन-पाठन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। जबकि स्कूलों की व्यवस्था सुधारने को लेकर एक ओर जहां केंद्र और राज्य सरकारें पैसा पानी की तरह बहा रही हैं। मिड डे मील, पोशाक, छात्रवृत्ति देने से लेकर शिक्षकों की बहाली और चकाचक भवन बनाए जा रहे हैं।

 

वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलों की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। शिक्षकों की लापरवाही और आम लोगों की निष्क्रियता भी इसकी वजह है। इन सब के बाबजूद भी शिक्षा व्यवस्था में कोई गुणात्मक सुधार नहीं दिख रहा है।

 

इसी परिप्रेक्ष्य में कलेर प्रखंड के उसरी पंचायत के पंचायत समिति प्रतिनिधि सत्य कुमार सोनी गुरुवार को दिन के करीब 11बजे कलेर प्रखंड के उसरी पंचायत के उसरी गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय का जायजा लिया। नामांकित छात्रों में बहुत कम बच्चे उपस्थित थे इस दौरान करीब दस बजे विद्यालय के प्रधान शिक्षक समेत सभी शिक्षक कार्यालय में कुर्सी पर बैठे थे। और अधिकांशबच्चे बरामदे में जमीन पर बैठ कर शोर मचा रहे थे।

 

पंचायत समिति प्रतिनिधि को देख शिक्षक अपने-अपने वर्ग कक्ष की ओर चल दिए तो कुछ शिक्षक बरामदे में शोर मचा रहे बच्चों को शांत कराने लगे। विद्यालय में नामांकित छात्रों में बहुत ही कम छात्र ही मौजूद पाए गए। विद्यालय के प्रधान शिक्षक कृष्णानंद शर्मा कार्यालय में विवादित बोल भी बोल रहे थे पूछने पर प्रधान शिक्षक कृष्णानंद शर्मा पंचायत समिति प्रतिनिधि सत्य कुमार सोनी एवं उसरी बाजार के लोगों को F. I. R करने की धमकी देते है ।

 

अधिकांश बच्चे यूनीफार्म में नहीं थे और बरामदे में जमीन पर बैठकर शोर मचा रहे थे। शिक्षक बरामदे में बच्चों को शांत करा रहे थे संसाधन का अभाव व शिक्षकों की कमी के कारण विद्यालय के बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। शिक्षा व्यवस्था में काफी कमी पाई गई। आए दिन विद्यालय देर से शिक्षकों के पहुंचने की नियती से बन चुकी है जिस कारण विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का घोर अभाव देखा जा रहा है।

Rajnish Ranjan
Author: Rajnish Ranjan

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