बलिया। शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मंगलवार को मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप का विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर देवी भक्तों ने अपने व परिवार के लोगों के कुशलता की कामना की। सुबह से ही देवी मंदिरों में घंट-घड़ियाल के साथ देवी गीतों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो उठा।
फेफना थाना क्षेत्र के इंदरपुर थम्हनपुरा निवासी आचार्य डॉ. अखिलेश उपाध्याय ने बताया कि मां का ब्रह्मचारिणी स्वरूप ज्ञान, तपस्या व वैराग्य देने वाला माना जाता है। शास्त्रों में वर्णन के अनुसार देवी के इस स्वरूप का विधि-विधान से पूजन-अर्चन करने से दिव्य ज्ञान की प्राप्ति होती है। मां के इस स्वरूप का पूजन-अर्चन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं द्वारा विधि-विधान से किया जाता है। शहर के जापलिनगंज, ब्रह्माईन के ब्रह्माणी देवी, मंगला भवानी मंदिर सहित सभी देवी मंदिरों पर सुबह से ही भक्त दर्शन-पूजन के लिए कतार में लगे नजर आए। जिन घरों में कलश स्थापित है, उनके यहां पुरोहितों से दुर्गा सप्तशती का पाठ कराया गया। चहुंओर मां के जयकारों से वातावरण देवीमय हो उठा।