गड़हनी (भोजपुर)। प्रखंड क्षेत्र के कुरकुरी पंचायत अन्तर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय के समीप शनिवार को किसान गोष्ठी आयोजित कर उपस्थित किसानों को जलवायु अनूकुल उत्तम कृषि, मवेशी पालन में सावधानियां, खेतो में कार्बनिक उर्वरक का प्रयोग का गुर विशेषज्ञों द्वारा बताया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ता के रूप में सहायक तकनीकि प्रबंधक रत्नेश कुमार तिवारी ने किसानों को कई प्रकार की जानकारी देते हुए मिट्टी की उर्वरता बचाने को ले कम से कम रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशी दवाओं का प्रयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि किसान अपने खेतों की मिट्टी की जांच करवाकर उसमें कमी पाए जाने वाले पोषक तत्वो को फसल में दिया जाय तो उत्पादन बेहतर होगी।
कृषि समन्वयक सतेन्द्र सिंह ने कहा कि किसान अपने खेतों में जैविक (कार्बनिक) उर्वरक डाले ताकि उनके खेतों की मिट्टी में ह्यूमरस बरकरार रहे। साथ अनुसंशित मात्रा में ही यूरिया का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि अगर खेत को बचाना है तो यूरिया की मात्रा जितना कम से कम प्रयोग करे। देशी एवं फ्रीजियन गायों के दूध में उपस्थित पोषक तत्वो के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए देसी गाय का दूध को अमृत एवं फ्रीजियन नश्ल के गायों के दूध में पाया जाने वाला विषैले पदार्थों की जानकारी देते हुए कहा कि फ्रीजियन गाय का दूध मीठा जहर के समान है। तकनीकि सहायक ने बरसात के दिनों में पशुओं में होने वाले रोग एवं उसके उपचार के विभिन्न तरीको से किसानों को अवगत करवाया। कार्यक्रम में किसान सलाहकार अनिल कुमार एवं बड़ी संख्या में पंचायत से आये किसान उपस्थित थे।