बलिया। पूर्वा नक्षत्र में लगातार हो रही झमाझम बारिश से खरीफ की फसलों में जान आ गयी है। मानसून की सक्रियता से किसानों में पैदावार की उम्मीद जगी है। दूसरी ओर बरसात ने नगरपालिका, नगर पंचायत व ग्राम पंचायत के साफ-सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी है। शहर से लगायत कस्बा व गांव की गलियों व सड़कों पर कीचड़ फैल गया है। सड़कों पर बने गड्ढों में पानी भर जाने से लोगों को आवागमन में बेहद परेशानी होती नजर आयी।
वैसे इस साल शुरूुआत से ही कम बरसात होने से कुछ ही किसानों ने वह भी जैस-तैसे खरीफ फसलों की बुआई रोपाई की थी। तेज धूप व अवर्षण से कुछ फसल तो सिंचाई के अभाव में तेज धूप से झुलसकर सुख गये। कुछेक किसानों ने ट्यूबवेल, नहर व पम्पिंग सेट से धान की फसलों की सिंचाई कर फसलों को बचाए थे अब उनका भी धैर्य जवाब दे रहा था कि पूर्वा नक्षत्र में हर एक-दो दिन बाद हो रही बारिश से इन किसानों में नई उम्मीद की किरण दिखाई देने लगी है। इन किसानों की मानें तो अब से भी अगर मानसून सक्रिय हो गया तो बची खरीफ की फसलों में बेहतर उत्पादन होगा।
बरसात होने के बाद शहर के काजीपुरा, आवास-विकास, निहोरानगर, रामपुर उदयभान, रामपुर महावल, बहादुरपुर समेत एक दर्जन मुहल्लों में जल जमाव हो गया। लोगों को अपने घरों तक जाने में दिक्कत होती देखी गयी। शहर की सड़कों की कौन कहे एनएच 31 पर भी जगह-जगह गड्ढों में पानी भर गया जिससे आवागमन कर रहे लोगों को कठिनाई हुई। हिंस चिलकहर के अनुसार शनिवार को दोपहर बाद करीब आधा घंटे तक झमाझम बारिश से सुख रही धान की फसल लहलहाने लगी है। हिसं दलपतपुर के अनुसार झमाझम बारिश से मक्का, मिर्चा सहित अन्य फसलों को फायदा हुआ है। मानसून की सक्रियता देख किसानों में रबी की बेहतर खेती की उम्मीद बढ़ गयी है।