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पिता के ऐक्सिडेंट के बाद 7 वर्ष का मासूम उठा रहा है घर के खर्च का बोझ

मजबूरी  इंसान से क्या-क्या नहीं करवाती। हालांकि समस्या कितनी भी बड़ी हो अगर हौसला हो तो वह छोटी हो ही जाती है। कुछ ऐसी ही कहना है एक स्कूल जाने वाले मासूम बच्चे कि जिसे पिता के ऐक्सिडेंट के बाद जोमैटो का डिलिवरी बॉय बनना  पड़ा। राहुल मित्तल नाम के एक ट्विटर यूजर ने वीडियो पोस्ट कर दावा किया है कि बच्चा मात्र सात साल का है। वह अपने परिवार का सहयोग करने के लिए साइकल से रात 11 बजे तक काम करता है। ट्विटर पर इस वीडियो को 40 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं। लोग लड़के के इस जज्बे को सलाम कर रहे हैं और जमकर तारीफ कर रहे हैं। वीडियो में शख्स लड़के से सवाल करता है तो वह बताता है कि उसके पिता को चोट लगी है इसलिए वह काम नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में वह शाम को 6 बजे से रात के 11 बजे तक साइकल से फूड डिलिवर करता है। वीडियो पोस्ट करते हुए राहुल मित्तल ने ट्विटर पर लिखा, ये 7 साल का बच्चा पिता के ऐक्सिडेंट के बाद उनका काम कर रहा है और सुबह स्कूल भी जाता है। शाम को 6 बजे के बाद जोमैटे को साथ डिलिवरी बॉय का काम करता है। ऐसे बच्चे का हौसला बढ़ाने की जरूरत है और पिता को मदद की जरूरत है ताकि फिर वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें। मित्तल ने अपने ट्वीट में जोमैटो को भी टैग किया जौमैटो ने की बच्चे की मदद राहुल मित्तल के इस पोस्ट पर जोमैटो की तरफ से कहा गया कि डीटेल संदेश में भेजें। जोमैटो ने कहा कि वह बच्चे की पढ़ाई का खर्च उठाएगा। राहुल मित्तल ने वीडियो पोस्ट में रिप्लाई करके कहा कि जोमैटो ने बच्चे की पिता की आईडी फ्रीज कर दी है और अब वह काम नहीं कर रहा है। जोमैटो ने बच्चे की आर्थिक मदद कीहै। जैसे ही उसके पिता काम करने लायक हो जाएंगे जोमैटो उनकी आईडी अनफ्रीज कर देगा। लोग उठा रहे थे चाइल्ड लेबर का सवाल बता दें कि जहां एक तरफ लोग बच्चे की तारीफ करने में लगे थे तो वहीं कुछ लोगों ने चाइल्ड लेबर का भी सवाल उठाया। कई यूजर ने कहा कि इतने छोटे बच्चे से इस तरह काम करवाना ठीक नहीं है। इससे उसकी शिक्षा प्रभावित होगी। जोमैटो को उसकी मदद करनी चाहिए। इसी तरह कई अन्य यूजर्स ने भी मित्तल की पोस्ट पर बच्चे की जानकारी मांगी जिससे वे उसकी मदद कर सकें।

राजस्थान : भरतपुर में मजहब की दीवार तोड़ मुस्लिम लड़की ने हिन्दू लड़के से की शादी

नगमा – नरेन्द्र का प्यार   राजस्थान के भरतपुर में एक मुस्लिम लड़की ने धर्म की दहलीज से बाहर जाकर एक हिंदू लड़के से प्यार किया और फिर दोनों ने शादी कर ली। अब दोनों की जान खतरे में पड़ गई है। लड़की का पिता दोनों को मार डालना चाहता है और एक बार इसकी कोशिश भी कर चुका है। लड़की के पिता ने अपने ऑटो से दोनों को कुचलने की कोशिश की। हालांकि, किसी तरह वह जान बचाकर भागने में कामयाब रहे। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है।   भरतपुर के एक मोहल्ले में नगमा को पड़ोसी नरेंद्र सैनी से प्यार हो गया। मजहब अलग होने की वजह से लड़की के परिवार को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। नगमा ने घर से भागकर इसी साल 22 फरवरी को कोर्ट में नरेंद्र से शादी कर ली। शादी से नाराज होकर अब नगमा के पिता और रिश्तेदार दोनों की जान के दुश्मन बन गए हैं। उन्हें लगातार धमकिया दी जा रही हैं। उन पर एक बार जानलेवा हमला भी हो चुका है। लेकिन किसी तरह भागकर नगमा और नरेंद्र ने अपनी जान बचा ली थी। नगमा ने पति के साथ प्रशासन से लगाई गुहार हालांकि, नगम और नरेंद्र पर लगातार खतरा बरकरार है। दोनों को हर वक्त इस बात का डर सताता रहता है कि उनकी जान जा सकती है। इसी डर की वजह से नगमा और नरेंद्र सैनी ने जिला कलेक्टर के पास जाकर अपनी जान बचाने की गुहार लगाई है। नगमा ने कहा, ”कलेक्टर साहब मैं मुस्लिम हूं और मैंने हिंदू लड़के से शादी कर ली है, लेकिन अब मेरे पिता व मेरे मजहब के लोग हमारे दुश्मन बन गए हैं। वे लोग हम दोनों को जान से मार देना चाहते हैं । मैं गर्भवती हूं इसलिए मेरी और मेरी कोख में पल रहे बच्चे व पति की जान बचाने के लिए सुरक्षा मुहैया कराई जाए। अस्पताल से लौटते वक्त हमला  नरेंद्र 28 जुलाई को गर्भवती पत्नी नगमा को दिखाकर अस्पताल से बाइक पर सवार होकर घर जा रहा था। तभी सूरजपोल चौराहे के पास नगमा के पिता और परिजनों ने ऑटो से उनको टक्कर मारने की कोशिश की। यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है।   क्या कहना है प्रशासन का अतिरिक्त जिला कलेक्टर बीना महावर ने कहा कि दोनों पति पत्नी ने प्रार्थना पत्र दिया है कि उन्हें परिजनों से जान का खतरा है। इसलिए जिला एसपी को पत्र प्रेषित कर कहा गया है कि पति पत्नी की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

इसबार दो दिन मनाया जायेगा रक्षाबंधन का त्यौहार, जाने राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को पूरे देश में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। हमेशा की तरह इस बार भी रक्षा बंधन की तिथि, राखी बांधने के समय और भद्रा के साए को लेकर लोग जानना चाहते हैं। दरअसल इस बार भी रक्षा बंधन की तारीख को लेकर थोड़ा कंफ्यूजन है। दरअसल सबसे पहले सावन की पूर्णिमा तिथि की बात करते हैं। सावन की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को सुबह 10.38 बजे शुरू होगी, इसलिए उदया तिथि तो 11 अगस्त को नहीं है और 12 अगस्त को सुबह 7 बजे समाप्त हो जाएगा, इस हिसाब से उदया तिथि 12 अगस्त को है। इसलिए कुछ लोग 11 अगस्त तो कुछ लोग 12 अगस्त को रक्षा बंधन का त्योहार मनाने की बात कर रहे हैं। अगर भद्रा के साए की बात की जाए तो इस बार रक्षा बंधन पर भद्रा रहने के कारण इसके शुभ मुहूर्त काफी कम हैं। इसलिए रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त को अधिकतर लोग मना रहे हैं। रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त को भद्रा के बाद मनाना उत्तम होगा। लेकिन इस बार 11 अगस्त को दोपहर और शाम दोनो समय में भद्रा है। इसलिए नीचे दिए गए मुहूर्त पर राखी बांधना अच्छा है। रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12.06 से 12.57 तक अमृत काल- शाम 6.55 से रात 8.20 तक ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04.29 से 5.17 मिनट तक #रक्षाबंधन #राखी #rakashabandhan #rakhi #rakasha #bandhan

नागदेवता की आराधना से विश्व को मिलेगी शांति और धन की होगी बारिश – तांत्रिक आचार्य जयप्रकाश त्रिपाठी

हम सभी जानते हैं नाग पंचमी  का त्‍यौहार सावन (श्रावण) के महीने  में आता है। प्रचलित हिंदु मान्‍यता के अनुसार पृथ्वी शेषनाग के फन पर टिकी है और भगवान शिव जी भी सर्प माला को पहने रहते हैं इसलिये सर्प को देवता के रूप में पूजा जाता है। भारत में नागों की पूजा करने का एक वैज्ञानिक कारण भी है, खेतों में फसलों को नुकसान पहुॅचानें वाले चूहे आदि जीवों का सर्प नष्‍ट कर देता है, जिससे किसानों की फसल सुरक्षित रहती है। एक कहानी केे अनुसार एक सर्प ने भाई बनकर अपनी बहन की सुरक्षा की थी और भाई का फर्ज निभाया था, इसलिये इस दिन महिलायें नागों को दूध पिलाती हैं और उसमें प्रार्थना करती हैं उनकी और उनके परिवार की सुुरक्षा करें। सर्प ही धन की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं और इन्हें गुप्त, छुपे और गड़े धन की रक्षा करने वाला माना जाता है. नाग, मां लक्ष्मी की रक्षा करते हैं । जो हमारे धन की रक्षा में हमेशा तत्पर रहते हैं इसलिए धन-संपदा व समृद्धि की प्राप्ति के लिए नाग पंचमी मनाई जाती है। इस दिन श्रीया, नाग और ब्रह्म अर्थात शिवलिंग स्वरुप की आराधना से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है और साधक को धनलक्ष्मी का आशिर्वाद मिलता है । हर साल सावन के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन नागपंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस बार 02 अगस्त 2022 को देशभर में नागपंचमी मनाई जाएगी. इस दिन नाग देवता के 12 स्वरूपों की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि नाग देवता की पूजा करने और रुद्राभिषेक करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं।  मान्यता यह भी है कि इस दिन सर्पों की पूजा करने से नाग देवता प्रसन्न होते हैं। प्राचीन धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, अगर किसी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष हो तो उसे नागपंचमी के दिन भगवान शिव और नागदेवता की पूजा करनी चाहिए। कालसर्प योग यज्ञ का आरम्भ या समाप्ति पंचमी, अष्टमी, दशमी या चुतुर्दशी तिथिवार चाहें जो भी हो, भरणी, आद्र्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, उत्तराषाढ़ा, अभिजित एवं श्रवण नक्षत्र श्रेष्ठ माने जाते हैं। परन्तु जातक की राशि से ग्रह गणना का विचार करना परम आवश्यक होता है। यह हैं नाग पंचमी पूजा विधि नाग पंचमी  के दिन घर के सभी दरवाजों पर खड़िया (पाण्डु/सफेदे) से छोटी-छोटी चौकोर जगह की पुताई की जाती है और कोयले को दूध में घिसकर मुख्‍यत दरवारों बाहर दोनों तरफ, मंदिर के दरवाजे पर और पूजा घर  में नाग देवता के चिन्ह (फोटो) बनाये जाते हैं, आज-कल यह फोटो बाजारों में मिलते हैं, जिन्‍हें आप इस्‍तेमाल कर सकते हैं। नागों की पूजा गाय का दूध और धान की लावा  से की जाती हैं और इस दिन नागों को दूध पिलाने की परंपरा है। जिसके लिये खेतों में या किसी ऐसे स्‍थान पर जहॉ सर्प होने की संभावना हो वहॉ एक कटोरी में दूध और धान की लावा रखा जाता है।  ऐसे करें नागपंचमी की पूजन सबसे पहले प्रात: घर की सफाई कर स्नान कर लें। इसके बाद प्रसाद के लिए सेवई और चावल बना लें। इसके बाद एक लकड़ी के तख्त पर नया कपड़ा बिछाकर उस पर नागदेवता की मूर्ति या तस्वीर रख दें। फिर जल, सुगंधित फूल, चंदन से अर्ध्य दें।  नाग प्रतिमा का दूध, दही, घृ्त, मधु ओर शर्कर का पंचामृ्त बनाकर स्नान कराएं।  प्रतिमा पर चंदन, गंध से युक्त जल अर्पित करें।  नये वस्त्र, सौभाग्य सूत्र, चंदन, हरिद्रा, चूर्ण, कुमकुम, सिंदूर, बेलपत्र, आभूषण और पुष्प माला, सौभाग्य द्र्व्य, धूप दीप, नैवेद्ध, ऋतु फल, तांबूल चढ़ाएं…आरती करें… अगर काल सर्पदोष है तो इस मंत्र का जाप करें: ”ऊँ कुरुकुल्ये हुं फट स्वाहा” ऐसे करें कालसर्प पूजन… प्रातःकाल स्नान आदि से निवृत्त होकर पूजा के स्थान पर कुश का आसन स्थापित करके सर्व प्रथम हाथ में जल लेकर अपने ऊपर व पूजन सामग्री पर छिड़कें, फिर संकल्प लेकर कि मैं कालसर्प दोष शांति हेतु यह पूजा कर रहा हूं। अतः मेरे सभी कष्टों का निवारण कर मुझे कालसर्प दोष से मुक्त करें। तत्पश्चात् अपने सामने चौकी पर एक कलश स्थापित कर पूजा आरम्भ करें। कलश पर एक पात्र में सर्प-सर्पनी का यंत्र एवं कालसर्प यंत्र स्थापित करें। साथ ही कलश पर तीन तांबे के सिक्के एवं तीन कौड़ियां सर्प-सर्पनी के जोड़े के साथ रखें, उस पर केसर का तिलक लगायें, अक्षत चढ़ायें, पुष्प चढ़ायें तथा काले तिल, चावल व उड़द को पकाकर शक्कर मिश्रित कर उसका भोग लगायें, फिर घी का दीपक जला कर निम्न मंत्र का उच्चारण करें… ऊं नमोस्तु सर्पेभ्यो ये के च पृथिवीमनु। ये अंतरिक्षे ये दिवितेभ्यः सर्पेभ्यो नमः स्वाहा।। राहु का मंत्र – ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः। इसके बाद सर्वप्रथम गणपति जी का  पूजन करें, नवग्रह पूजन करें, कलश पर रखी समस्त नाग-नागिन की प्रतिमा का पूजन करें व रूद्राक्ष माला से उपरोक्त कालसर्प शांति मंत्र अथवा राहू के मंत्र का उच्चारण एक माला जाप करें। उसके पश्चात् कलश में रखा जल शिवलिंग पर किसी मंदिर में चढ़ा दें। प्रसाद नंदी (बैल) को खिला दें, दान-दक्षिणा व नये वस्त्र ब्राह्मणों को दान करें। कालसर्प दोेष वाले जातक को इस दिन व्रत अवश्य करना चाहिए। तांत्रिक आचार्य जयप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि अग्नि पुराण में लगभग 80 प्रकार के नाग कुलों का वर्णन मिलता है, जिसमें अनन्त, वासुकी, पदम, महापध, तक्षक, कुलिक, कर्कोटक और शंखपाल यह प्रमुख माने गये हैं।  स्कन्दपुराण, भविष्यपुराण तथा कर्मपुराण में भी इनका उल्लेख मिलता है। जानिए क्यों करवाएं नागपंचमी पर पूजन… यदि आपकी कुंडली में कालसर्प  योग (दोष), अंगारक दोष/यिग, या चाण्डाल दोष एवम ग्रहण दोष अथवा पित्र दोष है और उसके कारण आपके जीवन में (कई कामों में) विघ्न पड़ रहा है तो परेशान न हों।  नाग पंचमी का दिन कालसर्प योग(दोष), अंगारक दौड़, पितृदोष एवम ग्रहण दोष तथा चाण्डाल दोष जैसे दोषों की शांति के लिए बेहद फलदायी होता है। तांत्रिक आचार्य जयप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि राहू के जन्म नक्षत्र ‘भरणी’ के देवता काल हैं एवं केतु के जन्म नक्षत्र ‘अश्लेषा’ के देवता सर्प हैं। अतः राहू-केतु के जन्म नक्षत्र देवताओं के नामों को जोड़कर “कालसर्प योग” कहा जाता है। राशि चक्र में 12 राशियां हैं, जन्म पत्रिका में 12 भाव हैं एवं 12 लग्न हैं। इस तरह कुल 144+144 = 288 कालसर्प … Read more

कोतवाल की कुर्सी पर विशेश्वरगंज में काशी के काल भैरव बाबा का लम्बे समय से कब्ज़ा

बाबा काल भैरव की कहानी कोतवाल की जुबानी  काल भैरव बाबा की कृपा से ही काशी में पुलिस वाले अपराध को करते है कंट्रोल  उत्तर प्रदेश में एक पुलिस स्टेशन ऐसा भी है कि जहां थानेदार की कुर्सी पर आज तक किसी अधिकारी ने बैठने की हिम्मत नहीं जुटाई। जी हां, वाराणसी के एक थाने में थानेदार की कुर्सी पर बाबा काल भैरव अपना आसन पिछले कई सालों से जमाए हुए हैं। अफसर बगल में कुर्सी लगाकर बैठते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि सालों से इस स्टेशन के IAS, IPS नहीं आया।  तो इसलिए अपनी कुर्सी पर नहीं बैठते थानेदार वाराणसी के विश्वेश्वरगंज स्थित कोतवाली पुलिस स्टेशन के प्रभारी का कहना है कि ये परंपरा पिछले कई सालों से चली आ रही है। यहां कोई भी थानेदार जब तैनाती में आया तो वो अपनी कुर्सी पर नहीं बैठा। कोतवाल की कुर्सी पर हमेशा काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव विराजते हैं। लोगों का मानना है कि आने-जाने वालों पर बाबा खुद नजर बनाए रखने के कारण भैरव बाबा को वहां का कोतवाल भी कहा जाता है। बाबा की इतनी मान्यता है कि पुलिस भी बाबा की पूजा करने से पहले कोई काम शुरु नही करती। पूरी काशी नगरी का लेखा-जोखा बाबा के पास माना जाता है कि बाबा विश्वनाथ ने पूरी काशी नगरी का लेखा-जोखा का जिम्मा काल भैरव बाबा को सौंप रखा है। यहां तक कि बाबा की इजाजत के बिना कोई भी व्यक्ति शहर में प्रवेश नहीं कर सकता है। पिछले 18 सालों से तैनात एक कॉन्स्टेबल का कहना है कि मैंने अभी तक किसी भी थानेदार को अपनी कुर्सी पर बैठते नहीं देखा। बगल में कुर्सी लगाकर ही प्रभारी निरीक्षक बैठता है। हालांकि, इस परंपरा की शुरुआत कब और किसने की, ये कोई नहीं जानता। लोगों का ऐसा मानना है कि यह परंपरा कई सालों पुरानी ही है। बाबा की मान्यता माना जाता है कि साल 1715 में बाजीराव पेशवा ने काल भैरव मंदिर बनवाया था। यहां आने वाला हर बड़ा प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी सबसे पहले बाबा के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेता है। बता दें कि काल भैरव मंदिर में हर दिन 4 बार आरती होती है। जिसमें रात के समय होने वाली आरती सबसे प्रमुख होती हैं। आरती से पहले बाबा को स्नान कराकर उनका श्रृंगार किया जाता है। खास बात यह है कि आरती के समय पुजारी के अलावा मंदिर के अंदर किसी को जाने की इजाजत नहीं होती। बाबा को सरसों का तेल चढ़ता है। साथ ही एक अखंड दीप बाबा के पास हमेशा जलता रहता है।

बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को मिला गन का लाइसेंस, कुछ दिन पूर्व जान से मारने की मिली थी धमकी

बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को गन लाइसेंस मिल गया है, जिसके लिए उन्होंने कुछ दिन पहले मुंबई पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की थी। सलमान खान को कुछ वक्त पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके बाद सलमान को सतर्क रहने के लिए कहा गया था। एक ओर जहां सलमान को गन लाइसेंस मिला है तो दूसरी ओर कहा जा रहा है कि उन्होंने अपनी गाड़ी को भी अपग्रेड किया है। सलमान को मिला गन लाइसेंस बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान ने 22 जुलाई को मुंबई पुलिस कमिश्रर से मुलाकात की थी। तब बताया गया था कि सलमान ने हथियार लाइसेंस के आवेदन के लिए पुलिस कमिश्रर से मुलाकात की थी और आवेदन दिया था। ऐसे में अब रिपोर्ट के मुताबिक सलमान खान को गन लाइसेंस मिल चुका है। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक एक सीनियर आईपीएस अधिकारी ने इस खबर की पुष्टि की है। इस आवेदन के बाद आधिकारिक तौर पर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और क्रिमिनल रिकॉर्ड की जांच हुई, और मामले की गंभीरता को देखते हुए गन लाइसेंस जारी कर दिया गया। सलमान ने कार को किया बुलेटप्रूफ एक ओर जहां सलमान खान को हथियार का लाइसेंस मिल गया है तो दूसरी ओर ऐसी भी खबरें सामने आ रही हैं कि सलमान ने उनकी गाड़ी को भी अपग्रेड किया है। सलमान ने अपनी गाड़ी टोयोटा लैंड क्रूजर में कुछ आर्मर्स के साथ ही कार को बुलेटप्रूफ करवाया है। यानी सलमान की गाड़ी अब बुलेटप्रूफ हैं। हालांकि इस बारे में अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। सिद्धू के बाद सलमान को धमकी गौरतलब है कि पंजाब के मानसा में इस साल 29 मई को पंजाबी सिंगर और रैपर सिद्धू मूसेवाला को दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया था। सिद्धू की मौत के कुछ वक्त बाद सलमान खान को भी धमकी दी गई थी, जिस में लिखा गया था- तुम्हारा भी मूसेवाला कर दूंगा। इसके बाद सलमान खान की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, वहीं सुरक्षा खत्म होने के बाद सलमान को भी एहतियात बरतने के लिए कहा गया था। सलमान के लिए धमकी भरा पत्र याद दिला दें कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के तीन सदस्यों ने अभिनेता सलमान खान और उनके पिता सलीम खान को धमकी भरा पत्र भेजा था तथा यह गैंगस्टर विक्रम बराड़ की साजिश का हिस्सा था, जिसका मकसद पिता-पुत्र को भयभीत कर धन उगाही करना था। पुलिस अधिकारियों ने यह दावा किया। उन्होंने बताया कि गिरोह के एक कथित सदस्य महाकाल उर्फ सिद्धेश काम्बले को पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया था और उसी ने पूछताछ में उक्त जानकारी दी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने कहा कि धमकी भरा पत्र गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह का पब्लिसिटी स्टंट था। अधिकारियों के अनुसार, बिश्नोई के एक सहयोगी विक्रम बराड के कहने पर धमकी दी गई थी, जो वर्तमान में कनाडा में स्थित है।

स्कूल यूनिफार्म में यूपी के कुशीनगर में मॉल, रेस्टोंरेंट, सिनेमा हॉल और पार्क में नहीं होगी छात्रों की एंट्री

यूपी के कुशीनगर के मॉल, रेस्टोंरेंट, सिनेमाहॉल और पार्क संचालकों से डीआईओएस ने स्कूल यूनिफार्म में पहुंचने वाले विद्यार्थियों को प्रवेश न देने की अपील की है। इसका उल्लंघन करने वाले संचालकों के खिलाफ बाल संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी है। जिला विद्यालय निरीक्षक रविंद्र सिंह ने बताया कि डॉ. शुचिता चतुर्वेदी सदस्य उत्तर प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग लखनऊ ने निर्देशित किया है कि बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम 2005 के प्रावधानों के अंतर्गत आयोग को बालकों के अधिकारों का उल्लंघन एवं संरक्षा के अतिक्रमण का स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच कराने का पूर्ण अधिकार है। इस क्रम में उत्तर प्रदेश के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों जैसे पार्क, मॉल, रेस्टोरेंट, सिनेमा हॉल आदि के संचालकों से विद्यालय समय में किसी भी छात्र-छात्राओं को विद्यालय यूनिफॉर्म में प्रवेश न देने का स्पष्ट निर्देश दिया गया है। डीआईओएस ने कहा है कि विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं द्वारा विद्यालय समय में विद्यालय न जाकर अन्य सार्वजनिक स्थानों पार्क, मॉल, रेस्टोरेंट आदि में जाकर समय व्यतीत किए जाने से अप्रिय घटनाएं होने की संभावना बनी रहती है। उन्होंने कुशीनगर के समस्त विभिन्न सार्वजनिक स्थानों जैसे पार्क, मॉल, रेस्टोरेंट, सिनेमा हॉल आदि के संचालकों से अपील है कि विद्यालय समय में किसी भी छात्र-छात्राओं को विद्यालय यूनिफॉर्म में प्रवेश न दें। अन्यथा बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम 2005 की धाराओं के प्रावधानों के अंतर्गत आयोग को बालकों के अधिकारों का उल्लंघन एवं संरक्षण के अतिक्रमण का स्वत: संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग द्वारा जांच कर कार्रवाई की जायेगी। इसके जिम्मेदार संबंधित संचालक होंगे।

तिरुवनंतपुरम में 12 साल के लड़के ने यूट्यूब पर वीडियो देख बनाई शराब, पीते ही दोस्त की शुरू हुई उल्टी, अस्पताल में भर्ती

केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में 12 साल के लड़के ने यूट्यूब पर वीडियो को देखकर अंगूर से शराब बनाई, जिसे उसने अपने दोस्त को पिला दी। इससे उसकी तबीयत का काफी बिगड़ गई। रिपोर्ट के मुताबिक, शराब पीने के बाद उसने उल्टी करनी शुरू कर दी। बिगड़ती तबीयत देख उसे चिरायिनकीझू में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि यह घटना शुक्रवार की हुई। पुलिस ने मिली सूचना के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। पूछताछ के दौरान लड़के ने बताया कि उसने अपने माता-पिता की ओर से खरीदे अंगूर का इस्तेमाल कर शराब बनाई थी। शराब बनाकर जमीन के नीचे दबा दी थी बोतल अधिकारी के मुताबिक, लड़के ने कहा कि उसने इसमें कोई अन्य एल्कोहोल नहीं मिलाया था। शराब बनाने के बाद उसने यूट्यूब पर देखे गए एक वीडिया के अनुसार इसे एक बोतल में भरा और जमीन के नीचे दबा दिया। पुलिस ने बताया कि लड़के की मां को पता था कि वह शराब बनाने में हाथ आजमा रहा है, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस ने जांच के लिए भेजा शराब का सैंपल लड़के की ओर से बनाई गई शराब का सैंपल पुलिस टीम ने इकट्ठा किया और कोर्ट की इजाजत से उसे केमिकल जांच के लिए भेज दिया। अधिकारी ने बताया कि जांच के बात इसकी पुष्टि होगी कि आरोपी ने शराब में कोई दूसरा केमिकल मिलाया था या नहीं। अगर कोई मिलावटी चीज पाई जाती है तो किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।

क्रिकेट के मैदान पर वापसी करेंगे सौरव गांगुली, इंस्टाग्राम पर किया ऐलान

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली क्रिकेट के मैदान पर वापसी करने वाले हैं। जी हां, बाएं हाथ के बल्लेबाज दादा लीजेंड्स लीग क्रिकेट में एक विशेष क्रिकेट मैच खेलते नजर आएंगे, जिसका खुलासा खुद उन्होंने किया है। भारतीय फैंस के लिए ये ट्रीट होगी। भारत के पूर्व कप्तान और दादा के नाम से फेमस गांगुली ने इस मैच के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है और वे जिम में पसीना बहाते हुए नजर आएंगे। जिम की अपनी तस्वीरें भी गांगुली ने पोस्ट की हैं और उन्होंने इस पोस्ट के कैप्शन में अपने लीजेंड्स लीग क्रिकेट में खेलने की पुष्टि की है और बताया है कि वे इसमें क्यों भाग लेने जा रहे हैं। गांगुली ने इंस्टाग्राम पर यह घोषणा करते हुए पुष्टि की कि वह लीजेंड्स लीग क्रिकेट के सीजन 2 में एक विशेष मैच खेलेंगे। हाल ही में एलएलसी ने घोषणा की थी कि आगामी सीजन की मेजबानी भारत में की जाएगी। इस प्रकार, भारतीय प्रशंसक सौरव गांगुली को एक बार फिर से खेलते हुए देख पाएंगे। हालांकि, ये एक चैरिटी मैच होगा। गांगुली ने कैप्शन में लिखा, “आजादी का अमृत महोत्सव के लिए फंड जुटाने के एक चैरिटी मैच के लिए तैयार होने के लिए ट्रेनिंग का आनंद ले रहा हूं। भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष और लीजेंड्स लीग क्रिकेट के शीर्ष दिग्गजों के साथ महिला सशक्तिकरण के लिए लीजेंड्स लीग क्रिकेट में जल्द ही कुछ क्रिकेट गेंदों को हिट करना है।” लीजेंड्स लीग क्रिकेट के सह-संस्थापक और सीईओ रमन रहेजा ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, “हम दिग्गज सौरव गांगुली को अन्य दिग्गजों के साथ मैच खेलने के लिए धन्यवाद देते हैं। एक लीजेंड, हमेशा एक लीजेंड होता है, दादा हमेशा क्रिकेट के लिए तैयार रहते हैं। वह एक विशेष चैरिटी मैच खेलेंगे, जो हमारे दर्शकों के लिए एक शानदार दृश्य होने वाला है। हम कुछ प्रतिष्ठित दादा शॉट्स देखने की उम्मीद करते हैं।” सौरव गांगुली ने 113 टेस्ट और 311 एकदिवसीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और उन्होंने सभी प्रारूपों में 18,575 रन बनाए हैं। उन्होंने वनडे और टेस्ट क्रिकेट में 195 मैचों में भारत का नेतृत्व किया और उनमें से 97 मैच जीतने में सफलता हासिल की। गांगुली ने 1996 की गर्मियों में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और लॉर्ड्स में अपने पहले टेस्ट मैच में शतक बनाया था। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपने दूसरे टेस्ट में भी शतक बनाया  था।

खुली किस्मत : लॉटरी के 1 करोड़ रूपये से कर्जदार हुआ कर्ज से मुक्त, कर्ज चुकाने के लिए बेचने वाला था अपना घर

लॉटरी का खेल बड़ा ही निराला होता है, जैकपॉट मिलते ही लोग एक झटके में करोड़पति बन जाते हैं। इसके लिए वे कई सालों तक अपनी किस्मत भी आजमाते हैं तब जाकर उनके हाथ जैकपॉट लगता है। लेकिन लॉटरी की एक बड़ी दिलचस्प कहानी केरल से सामने आई है जहां एक शख्स करीब पचास लाख के कर्ज में डूबा था और वह अपना सब कुछ बेचने जा रहा था। तभी उसकी एक करोड़ की लॉटरी निकल आई। दरअसल, यह शख्स केरल के मंजेश्वर का रहने वाला है। पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक शख्स का नाम मोहम्मद बावा है। बावा पर रिश्तेदारों और बैंक का 50 लाख रुपये का कर्ज था। उसने अपनी दो बेटियों की शादी और व्यापार में हुए घाटे से उबरने के लिए यह कर्ज लिया था। कर्ज के चलते बावा अपने नवनिर्मित मकान को औने-पौने दाम में बेचने को तैयार था, लेकिन सौदे से ठीक दो घंटे पहले एक करोड़ की लॉटरी लग गई। रिपोर्ट के मुताबिक बावा ने महज 2 घंटे पहले ही लॉटरी का रिजल्ट देखा कि वह एक करोड़ रुपए जीत गए हैं। बावा पेशे से एक पेंटर है और 8 महीने पहले ही उन्होंने मकान बनवाया था जो 2 हजार स्क्वायर फीट में है। बावा ने बताया कि वह किराए के मकान में शिफ्ट होने वाले थे। परिवार में पत्नी और पांच बच्चे हैं। दो बेटियों की शादी करा दी है। बावा ने बताया कि बेटियों की शादी और घर को बनाने में वह कर्ज में डूब गए थे।उनपर बैंकों और रिश्तेदारों के 50 लाख रुपए बकाए थे। जब बावा को किसी की मदद नहीं मिली तो उन्होंने उडुपी जिले के होसंगादी गांव में एक एजेंसी से लॉटरी टिकट खरीदा। जिस दिन उनके घर की डील पक्की होनी थी उसी दिन लॉटरी का रिजल्ट आया। बावा को पता चला कि उनकी लॉटरी लग चुकी है और वह 1 करोड़ जीत चुके है। इस खबर को सुनते ही बावा ने घर बेचने की डील को कैंसिल कर दी। फिलहाल लॉटरी के नतीजे के बाद बावा ने अब अपने घर को न बेचने का फैसला किया है। उनके घर में खुशी का माहौल है। टैक्स के बाद उन्हें करीब 63 लाख रुपये मिलेंगे। बाकी बचे रुपयों से वे अन्य सभी काम निपटाएंगे।