Bakwas News

डॉ.हरेराम सिंह को मिला कविवर पोद्दार रामावतार ‘अरुण’ सम्मान

बिक्रमगंज। डॉ.हरेराम सिंह को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन-पटना ने हिन्दी भाषा एवं साहित्य की उन्नति में मूल्यवान सेवाओं के लिए सम्मेलन के 42 वें महाधिवेशन में ” कविवर पोद्दार रामावतार ‘अरुण’ सम्मान से विभूषित किया। यह सम्मान अध्यक्ष बिहार विधान सभा माननीय श्री अवध बिहारी चौधरी व बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ.अनिल सुलभ के कर कमलों द्वारा प्रदान किया गया।   इस मौके पर बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के पदाधिकारियों सहित जाने-माने साहित्यकारों, हिन्दी प्रगति समिति अध्यक्ष व बिहार गीत के रचयिता सत्यनाराण, पूर्वकुलपति मंडल विश्वविद्याल मधेपुरा डॉ.अमरनाथ सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.सीपी ठाकुर, अतिथि प्रोफेसर केंद्रीय वि.वि.ओडिसा डॉ.जंगबहादुर पाण्डेय मौजूद थे। बताते चले कि डॉ.हरेराम सिंह तेरह वर्ष की उम्र से लगातार लिखते आ रहे हैं और अब तक चालीस पुस्तकें लिख चुकें हैं। इनकी महत्वपूर्ण पुस्तकों में ” हाशिए का चाँद”, “रात गहरा गई” है! “मेरे गीत याद आयेंगे”, “इतिहास के पन्ने”, ” जामुन का पेड़” , ” जड़ से काटी गई स्त्री” आदि एक दर्जन कविता-संग्रह, “डॉ.ललन प्रसाद सिंह, जीवन और साहित्य” , “हिंदी आलोचना का प्रगतिशील पक्ष”, “हिंदी आलोचना का जनपक्ष”, “किसान जीवन की महागाथा: गोदान और छमाण”, “डॉ.गोवर्द्धन सिंह की आलोचना-दृष्टि”, ” हिन्दी आलोचना : एक सम्यक् दृष्टि “(आलोचना-ग्रंथ) कनेर के फूल, अधूरी कहानियाँ (कहानी-संग्रह) आदि महत्वपूर्ण हैं।   डॉ.हरेराम सिंह का जन्म 30 जनवरी 1988 ई. को बिहार के रोहतास जिला के करुप ईंगलिश गाँव में हुआ। ये बचपन से ही मेधावी थे। किसान, मजदूरों, दलितों के प्रति करुणा की भावना इनमें सदा से रही। इनके दादा लाल मोहर सिंह कुशवंशी एक अच्छे किसान के साथ, जड़ी-बूटी से ग्रामीण जन का आजीवन उपचार करते रहे। इनके नाना-नानी भी इन्हें बहुत प्यार करते थे।   किंतु बाद में कई मुसीबतों व आर्थिक अभाव के कारण कठोर परिश्रम करना पड़ा; फिर भी ये लगातार लिखते रहे। ग्रामीण बच्चे को ये निशुल्क शिक्षा भी देने का किम किए। ये उच्च माध्यमिक विद्यालय नासरीगंज में प्लस टू के हिन्दी अध्यापक भी हैं। इनकी कविताओं में आमजन की पीड़ा के साथ उनके लिए न्याय निमित लड़ते रहने का उद्घोष भी है। इनपर बुद्ध व मार्क्स का गहरा प्रभाव है। इनकी कविताएँ केदारनाथ सिंह की शैली मिलती-जुलती हैं। इनकी आलोचना पद्धति रामचंद्र शुक्ल व नामवर सिंह की बीच की कड़ी है।

संत एसएन ग्लोबल स्कूल बिक्रमगंज में इंटर हाउस शतरंज और कैरम प्रतियोगिता का आयोजन, प्रतियोगिता के विजेताओं को किया गया सम्मानित

संत एसएन ग्लोबल स्कूल बिक्रमगंज में दो से छह मई तक इंटर हाउस शतरंज और कैरम प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके विजताओं को मंगलवार को स्कूल में आयोजित समारोह में सम्मानित किया गया।   स्कूल के निदेशक प्रकाश आनंद ने कहा कि इस तरह के प्रतियोगिता का आयोजन करने का मुख्य मकसद है बच्चों के फिजिकल और मेंटल हेल्थ में सुधार करना। वहीं, स्कूल की प्रिंसिपल सुखविंदर कौर तिरुआ ने कहा कि इस तरह के प्रतियोगिता के आयोजन से बच्चों में कंपीटशन का भाव डेवलप होता है, जिससे वे हमेशा बेहतर करने के लिए प्रयास करते हैं। साथ ही बच्चों का शारीरिक व मानसिक विकास होता है।   प्रतियोगिता में स्कूल के सभी चारों हाउस ने भाग लिया, जिसमें सबसे ज्यादा 20 प्वाइंट लाकर लॉयल्टी हाउस पहले स्थान पर रही। वहीं 15 प्वाइंट के साथ इंटीग्रिटी हाउस दूसरे स्थान पर, तो 10 प्वाइंट्स के साथ पीस एंड करजे हाउस तीसरे स्थान पर रही। इंटर हाउस नॉन फायर कंपटीशन में क्लास तीन के सोमराज को प्रथम स्थान मिला। पांचवीं क्लास की ओजस्वी सिंह, अंकुर राज, मयंक कुमार, लव कुमार व शिवा प्रवीण कुमार दूसरे स्थान पर रहे। क्लास एक के उर्जित पटेल तीसरे स्थान पर, तो क्लास एक की ही शौर्य कुमारी चौथे स्थान पर रही।   वहीं, क्लास दो के रघुबीर यादव, पांचवीं की रिया कुमारी, क्लास एक के आशुतोष आनंद, चौथी क्लास के शुभम कुमार व चौथी क्लास के ही अनूप कुमार को कैंसिलेशन प्राइस मिला। इसके अलावा इंटर हाउस कैरम कंपटीशन में दसवीं के अभिषेक, वर्तिक और आठवीं के रोहित कुमार व क्लास छह की मनीषा कुमारी को सम्मानित किया गया। साथ ही इंटर हाउस चेस प्रतियोगिता के विजेता नौवीं क्लास के अंकित राज, आठवीं के आदित्य कुमार व आठवीं की रिचा भारती को सम्मानित किया गया।   इस मौके पर समन्वयक अखिलेश कुमार, नरेश छत्री, अनूज सुब्बा, प्रतिक्षा सुब्बा, संतोष सिंह, अनामिका, रजनीकांत, विकास राय समेत अन्य मौजूद थे।”

महाराणा प्रताप के बलिदान की गाथाएं आज भी देश में गूंजती है : डॉ० मनीष

बिक्रमगंज शहर के वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय, धारूपुर में मंगलवार को भारत के वीर सपूत महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गयी। इस अवसर पर महाविद्यालय कर्मियों ने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा सीनेट सदस्य डॉ० मनीष रंजन के नेतृव में उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।   इस अवसर पर डॉ० मनीष रंजन ने उन्हें याद करते हुए कहा कि देश के महान सपूत और वीर योद्धा महाराणा प्रताप साहस, शौर्य, स्वाभिमान और पराक्रम के प्रतीक हैं। जिनके मार्गदर्शन से देशवासियों को सदा राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा मिलती है।   महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया रविवार विक्रम संवत 1597 तदनुसार 9 मई 1540 ई० जनवरी 1957 ई० उदयपुर, मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा थे। उनका नाम इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ प्रण के लिये अमर है। जो भारत के महान शूरवीर सपूतों में एक थे। वीरों के वीर महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया जिनके शौर्य, त्याग और बलिदान की गाथाएं आज भी देश में चारों ओर गूंजती है।   जिनका जन्म 9 मई 1540 ई० में राजपूत राज परिवार में हुआ था। जिनके पिता उदय सिंह मेवाड़ा वंश के शासक थे। ज्ञात हो कि शूरवीर महाराणा प्रताप ने मुगलों के अतिक्रमणों के खिलाफ असीमित लड़ाईयां भी लड़ी थी। जहां अकबर को तो उन्होंने 1577, 1578ई० और 1579ई० युद्ध में तीन बार बुरी तरह हराया था। जबकि मौके पर उपस्थित बिक्रमगंज नगर परिषद के भावी सभापति प्रत्याशी विकास उर्फ सरसठ सिंह ने बताया कि महाराणा प्रताप अपने जीवन काल में जंगल में घास की रोटी खाते हुए जमीन पर सोकर रातें गुजारते थें। लेकिन अकबर के सामने कभी हार नहीं मानी। यह भी कहा जाता है कि महाराणा प्रताप अपनी तलवार से दुश्मनों के एक झटके में घोड़े सहित दो टुकड़े कर देते थे। वही जयंती पर उपस्थित सभी लोगों ने उनके मार्गदर्शक पर चलने का संकल्प भी लिया।   इस अवसर पर प्राचार्य डॉ० सुरेंद्र कुमार सिंह, प्रो०-वीर बहादुर सिंह, उमा सिंह, बलवंत सिंह, अनिल सिंह, दिनेश सिंह, सुनील सिंह, दिनेश पाठक अजय सिंह, विवेक सिंह, अरविंद सिंह, सरिता कुमारी, प्रतिमा कुमारी, शशि कुमार, रंजीत कुमार, अजय मिश्र, रामकुमार मिश्रा,अभय कुमार सिंह, रमेश सिंह, विवेक कुमार, मंटू चौधरी, रोहित तिवारी, रवि प्रकाश, परवेज खां, शशि भूषण प्रसाद सहित भाजपा नेता-सुनील सिंह, रमाशंकर सिंह, अजीत सिंह, भीम पांडेय, मुन्ना सिंह, आलोक पासवान, रमाकांत, श्याम बिहारी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थें।

कृषि विज्ञान केन्द्र रोहतास बिक्रमगंज के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान के पद पर डा शोभा रानी ने किया योगदान

 कृषि विज्ञान केंद्र, रोहतास बिक्रमगंज के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान के पद पर डॉ शोभा रानी ने योगदान किया। डॉ शोभा रानी, गृह विज्ञान, प्रसार शिक्षा विषय से पीएचडी हैं एवं कृषि विज्ञान केंद्र जहानाबाद में वर्ष 2012 से वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान के रूप में कार्यरत थीं।   उन्होंने पदभार ग्रहण करने के उपरांत कृषि विज्ञान केंद्र, रोहतास द्वारा चलाए जा रहे सभी कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अध्ययनरत वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय के छात्रों से वार्तालाप की और उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के कार्यों को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां दी।   उन्होंने जिले के कृषकों को हर संभव कृषि उपयोगी जानकारियां, प्रशिक्षण, अनुसंधान, बीज इत्यादि की ससमय उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा न्यूट्रीगार्डन एवं मोटे अनाजों के उत्पादन एवं उसके व्यवहार पर विशेष कार्य करने पर बल दिया। उन्होंने इस वर्ष कौशल विकास प्रशिक्षण हेतु माली, वर्मी कंपोस्ट एवं मशरूम विषय पर कराने का निर्देश दिया। कृषि विज्ञान केंद्र, रोहतास के वैज्ञानिकों एवं कर्मियों के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की और इसी जज्बे को आगे भी कायम रखने की सलाह दी।   कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों डा आरके जलज, डॉ रतन कुमार, डॉ रामाकांत सिंह एवं कार्यालय कर्मियों में प्रवीण पटेल, अभिषेक कौशल, एचपी शर्मा, सुबेश कुमार इत्यादि ने उनका स्वागत किया।

बिक्रमगंज में भी बनेगा कुशवाहा सभा भवन, गरीब बच्चों के पढ़ने, शादी विवाह में मिलेगी सहायता

डिहरी सासाराम की तर्ज पर अब बिक्रमगंज में भी बनेगा कुशवाहा सभा भवन। जिसे ले प्रखंड क्षेत्र के मलियाबाग में एक बैठक किया गया। बैठक में सेवानिवृत्त बीडीओ सह कुशवाहा सभा भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष हीरालाल सिंह ने बताया कि बिक्रमगंज तेंदुनी के आरा रोड़ में कुशवाहा नगर में कुशवाहा भवन बनाने के लिए सर्वसम्मति से जमीन का चयन किया गया है। जिसकी कागजी कार्रवाई जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। 6 डिसमिल जमीन पर कुशवाहा भवन बनाया जाएगा।   जिसमें गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए आवासीय कमरे, शादी विवाह समेत अन्य कार्यक्रम हेतु मैरेज हाल, आदि की सुविधाएं रहेंगी। भवन बनाने का उद्देश्य गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा, रोजगार व गरीब लोगों के कन्याओं के शादी समेत अन्य जनसरोकार के रूप में किया जाएगा। निर्माण हेतु 25 सक्रिय सदस्य समेत लगभग एक हजार सदस्य बनाया गया है। जिसे और बढ़ाया जा रहा है।   वहीं बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा किया गया। मौके पर कुशवाहा भवन निर्माण समिति के सक्रिय सदस्य संजय कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह, डा रामसुरेश सिंह, रिश्ते सिंह कुशवाहा, नंदाजी सिंह, प्रो सुरेन्द्र सिंह, सुरेश सिंह कुशवाहा, सुनील कुमार मौर्य सहित कई लोग मौजूद थे।

द डिवाइन पब्लिक स्कूल धांवा बिक्रमगंज में लगाया गया रक्तदान शिविर

लायंस क्लब के तत्वावधान में महावीर कैंसर संस्थान के सौजन्य से द डिवाइन पब्लिक स्कूल परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कई शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं समाजसेवियों ने रक्तदान किया। इस अवसर पर लायंस क्लब इंटरनेशनल के जिला 322 ई के जिलापाल मधेश्वर सिंह की अगुआई में स्वास्थ्यकर्मियों की टीम ने रक्तदाताओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया और रक्तदान करवाया।   लायंस क्लब के जिला 322 ई विभिन्न अंगों जैसे लायंस क्लब मिलेनियम, लायंस क्लब अप्सम, सनेटेनिअल,, देवप्रदा, आरा अचीवर,आरा भोज, आरा कपल, आरा डायमंड कपल, आरा त्रिकुट, आरा विक्रमादित्य, शाहाबाद अचीवर इत्यादि ने इस रक्तदान शिविर में सहयोग किया।   इस अवसर पर द डीपीएस के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने भी रक्तदान किया। उन्होंने बताया कि रक्तदान महादान यह उक्ति हम बचपन से सुनते आए हैं, लेकिन इस उक्ति की सार्थकता इस बात में निहित है कि हम बढ़चढ़कर इस पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। आपके रक्त की हरेक बुंद कीमती है तथा किसी जरूरतमंद के उजड़ते घर-परिवार को बचा सकती है।   इस अवसर पर लायन निर्मला सिंह, लायन कुमारी अर्चना सिंह, लायन कमलेश कुमार, लायन अमितेश्वर आनंद, लायन राघवेन्द्र नारायण, लायन पिंटू सिंह, लायन निर्भय सिंह इत्यादि ने रक्तदान किया।

 जनता के हक की लड़ाई में नहीं हटूंगा कभी पीछे : सांसद

काराकाट लोकसभा सांसद महाबली सिंह के बिक्रमगंज पहुंचने पर लोगों ने भव्य स्वागत किया। शहर के मुख्य तेंदुनी चौक पर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा के सीनेट सदस्य सह वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय,धारूपुर शिक्षक प्रतिनिधि डॉ० मनीष रंजन ने शहर के मुख्य तेंदुनी चौक पर उन्हें फूल-माला व अंवस्त्र देकर सम्मानित किया।   सांसद महाबली सिंह नगर परिषद बिक्रमगंज क्षेत्र में हाई मास्क लाइट का उदघाटन करने पहुंचे थे। जिसका पहला उद्घाटन उन्होंने वार्ड-6 के धनगाई गांव में किया। जिसके बाद वह शहर सासाराम रोड़ में दुर्गा मंदिर के पास व डुमरांव रोड़ में हाई मास्क लाइट का उद्घाटन किया। उनके आगमन पर शहर के मुख्य तेंदुनी चौक पर गाजे बाजे के साथ हजारों लोगों सहित वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय, धारूपुर के सैकड़ों कर्मियों ने डॉ० मनीष रंजन के नेतृत्व में सांसद का जिंदाबाद नारों के साथ भव्य स्वागत किया।   सांसद ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे काराकाट लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत जनता की विकास हित में कार्य करने का मौका मिलता है। अपने कार्यकाल में मेरा हर संभव प्रयास होगा कि लोकसभा क्षेत्र में अधूरी पड़ी विकास कार्य को जनहित में पूरा कर सकूं। साथ ही साथ जनहित हक की लड़ाई में उनकी आवाज को सरकार के समक्ष उठाने में कभी भी पीछे नहीं हटूंगा।   दूसरी तरफ सांसद का अभिनंदन करते हुए डॉ० मनीष रंजन ने बताया कि सांसद महाबली सिंह काराकाट लोकसभा क्षेत्र की जनता के दुःख-सुख और क्षेत्र में विकास कार्य सहित लोकसभा में जनता की हक के बातों को लेकर शेर की तरह दहाड़ने वाले बिहार में सांसद रूप में रियल हीरो हैं। जिनको जनता काराकाट लोकसभा चुनाव में हमेशा जीत का सरताज पहनाने का कार्य करेगी।   इस मौके पर प्राचार्य डॉ० सुरेंद्र कुमार सिंह, प्रो०-वीर बहादुर सिंह, उमा सिंह, बलवंत सिंह,अनिल सिंह, दिनेश सिंह,सुनील सिंह, दिनेश कुमार, अजय सिंह, विवेक सिंह, अरविंद सिंह, ज्ञान प्रकाश सिन्हा, बृजकिशोर सिंह, रमेश कुमार, विष्णु दूबे, अनिता देवी, सरिता कुमारी, प्रतिमा कुमारी, पवन उपाध्याय, कुमार विवेक,अभय कुमार सिंह, रमेश सिंह, मंटू चौधरी, रोहित तिवारी, रवि प्रकाश, सरोज सिंह, भावी सभापति विकास उर्फ सरसठ सिंह, नरेंद्र सिंह, अजय मिश्रा, परवेज खां, रंजीत कुमार, शशि भूषण प्रसाद, विवेक कुमार, सुनील सिंह, अयूब खां, राजद नेता जसीम कुरैशी, चंदन कुमार, मंगल कुमार,आलोक कुमार, श्याम बिहारी, रमाकांत साह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थें।

प्राथमिक विद्यालय सोनी मठिया में किया गया बाल संसद का गठन

बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सोनी मठिया के प्रांगण में संवैधानिक व्यवस्था के तहत बाल संसद का गठन किया गया l   जिसमें संदीप कुमार प्रधानमंत्री, काजल कुमारी उप प्रधानमंत्री, विकास कुमार शिक्षा मंत्री, शीतल कुमारी उप शिक्षा मंत्री, दीपांशु कुमार स्वास्थ्य मंत्री, आस्था कुमारी उप स्वास्थ्य मंत्री, अमित कुमार खेल मंत्री, अंजली कुमारी उप खेल मंत्री, महाराज यादव पुस्तकालय मंत्री, अनु कुमारी उप पुस्तकालय मंत्री, अंकित कुमार जल एवं कृषि मंत्री, सिद्धि कुमारी उप जल एवं कृषि मंत्री, प्रीतम कुमार बाल सुरक्षा मंत्री, श्वेता कुमारी उप बाल सुरक्षा मंत्री एवं बिन्दु कुमारी को संयोजक शिक्षक सर्वसम्मति से चयन किया गयाl   सभी मंत्रिमंडल के मंत्रियों को अपने अपने विभाग का दायित्व सौंपा गया l प्रधानाध्यापक मो. यूसुफ अफ़रीदी द्वारा सभी चयनित मंत्रियों को शपथ दिलाया गया l    प्रधानाध्यापक महोदय द्वारा सभी मंत्रियों को उनके दायित्व एवं कार्य के बारे में विस्तार से समझाया गया l इस अवसर पर सभी बच्चे एवं शिक्षक उपस्थित थे l

श्रीमद्भागवत कथा सुनने से ही होता है जीवन का कल्याण : देवकीनंदन

बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत राजपुर प्रखंड क्षेत्र के तरांव गांव में महाकाली व भोलेशंकर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के पावन अवसर पर श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह श्रीमद्भागवत कथा के दौरान देवकीनंदन शास्त्री जी महाराज ने भागवत कथा के महात्म्य का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया । इस दौरान हजारों की संख्या में भक्तों ने कथा का श्रवण किया । कथा की शुरुआत दीप प्रज्जवलन, भागवत आरती और विश्व शांति के लिए प्रार्थना के साथ की गई ।   देवकीनंदन शास्त्री जी महाराज ने कथा की शुरुआत करते हुए कहा कि वेद व्यास जी महाराज ने श्रीमद्भगवत कथा में लिखा है जिसके करोड़ों-करोड़ों जन्मों के पुण्य एकत्रित हो जाते है वो व्यक्ति भागवत कथा सुनता है । उन्होंने कहा कि आप जिस मनोरथ के साथ श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करेंगे आपके उस मनोरथ की सिद्धि होगी आप अगर निर्धन है धन की इच्छा लेकर सुनेंगे तो धनवान होंगे । रोगी है निरोगी काया की इच्छा लेकर अगर कथा सुनेंगे तो निरोगी काया प्राप्त होगी । कथा सुनाते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सुनने मात्र से ही जीव का कल्याण हो जाता है ।   व्यास जी ने जब इस भगवत प्राप्ति का ग्रंथ लिखा, तब भागवत नाम दिया गया । बाद में इसे श्रीमद् भागवत नाम दिया गया । इस श्रीमद् शब्द के पीछे एक बड़ा मर्म छुपा हुआ है श्री यानी जब धन का अहंकार हो जाए तो भागवत सुन लो, अहंकार दूर हो जाएगा । व्यक्ति इस संसार से केवल अपना कर्म लेकर जाता है । इसलिए अच्छे कर्म करो ।   भाग्य, भक्ति, वैराग्य और मुक्ति पाने के लिए भागवत की कथा सुनो । केवल सुनो ही नहीं बल्कि भागवत की मानों भी । सच्चा हिदू वही है जो कृष्ण की सुने और उसको माने, गीता की सुनो और उसकी मानों भी, माता- पिता, गुरु की सुनो तो उनकी मानो भी तो आपके कर्म श्रेष्ठ होंगे और जब कर्म श्रेष्ठ होंगे तो आप को संसार की कोई भी वस्तु कभी दुखी नहीं कर पायेगी । मौके पर हजारों-हजार की संख्या में श्रद्धालु लोग उपस्थित थे ।

श्रम ही मानव सभ्यता की बुनियाद है : प्रकाश आनन्द

बिक्रमगंज। अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर बिक्रमगंज में विभिन्न संस्थाओं और संगठनों ने किया कार्यक्रम का आयोजन। शहर के संत एस एन ग्लोबल स्कूल में आज छात्र-छात्राओं ने श्रमिक दिवस को विभिन्न कार्यक्रमों को आयोजित कर बड़े ही उत्साह से मनाया। दैनिक स्कूली जीवन में कार्यरत सहायकों के प्रति सम्मान प्रगट करने हेतु संत शिवनाथ ग्लोबल स्कूल परिवार ने एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजित किया।   सभा का प्रारम्भ अपने सहायकों के प्रति छात्र-छात्राओं द्वारा अपने उदगार व्यक्त करने हेतु भाषण से हुआ।सभा का मुख्य आकर्षण बच्चों द्वारा प्रस्तुत श्रम की गरिमा और महत्व को रेखांकित करने वाली लघु नाटिका रही। छात्र-छात्राओं द्वारा ‘कल गया तो क्या हुआ आज हमारे पास है’ गीति नाटिका भी प्रस्तुत की गई। सभा के अंत में विद्यालय की प्राचार्या सुखविंदर कौर ने विद्यालय के सहायक-सहायिका कर्मियों को मिष्ठान और उपहार प्रदान कर अपना सम्मान व्यक्त किया।   इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक प्रकाश आनन्द ने कहा कि अत्यंत हर्ष की बात है कि आज बदलते परिवेश और नए दौर में श्रम और श्रमिकों को सम्मान मिलना शुरू हुआ है। प्राचीन काल में हमारे समाज में श्रम व श्रमिकों का सम्मान था।परंतु मध्यकाल आते-आते समाज में श्रम से इतर लोगों की प्रतिष्ठा बढ़ती गई और श्रम को हेय दृष्टि से देखा जाने लगा अर्थात मानसिक श्रम की तुलना में शारीरिक श्रम को नगण्य माना गया।अब मानसिक श्रम के साथ-साथ शारीरिक श्रम की भी गरिमा बढ़ रही है। श्रम ही मानव सभ्यता की बुनियाद है।बिना श्रम के सभ्यता के विकास की परिकल्पना की ही नहीं जा सकती।   प्राची, अमृत, अंकुर, विराट, निखिल, निरुराम, अनुप्रिया, स्वेता, ओजस्वी आदि छात्र-छात्राओं ने अपनी विभिन्न प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया। प्राचार्या सुखविंदर कौर ने बताया कि इस अवसर पर बच्चों ने ‘कुकिंग विदाउट फायर’एक्टिविटी भी किया, जिसमें बिना आग जलाए पोषक तत्वों से परिपूर्ण भोजन बनाना सीखा।